पूर्व भारतीय क्रिकेटर वेंगसरकर ने कहा- किसी भी तरह के क्रिकेट में 300 रन बनाना शानदार

वेंगसरकर ने कहा कि उन्हें खुशी है कि मुंबई के खिलाड़ी उत्तर प्रदेश के खिलाफ दमदार प्रदर्शन करने में सफल रहे।

By भाषा | Published: January 23, 2020 08:07 PM2020-01-23T20:07:50+5:302020-01-23T20:07:50+5:30

Scoring 300 in any kind of cricket is great, Dilip Vengsarkar on Sarfaraz | पूर्व भारतीय क्रिकेटर वेंगसरकर ने कहा- किसी भी तरह के क्रिकेट में 300 रन बनाना शानदार

पूर्व भारतीय क्रिकेटर वेंगसरकर ने कहा- किसी भी तरह के क्रिकेट में 300 रन बनाना शानदार

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Highlightsउत्तर प्रदेश के लिए खेलने के बाद मुंबई लौटे सरफराज ने बुधवार को 391 गेंद में 301 रन की पारी खेली।41 बार के रणजी चैंपियन मुंबई ने पहली पारी में उत्तर प्रदेश को पछाड़कर बढ़त हासिल की।

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान दिलीप वेंगसरकर ने उत्तर प्रदेश के खिलाफ ड्रॉ पर समाप्त हुए रणजी ट्रॉफी मैच में मुंबई की ओर से तिहरा शतक जड़ने के लिए गुरुवार को युवा बल्लेबाज सरफराज खान की सराहना की। उत्तर प्रदेश के लिए खेलने के बाद मुंबई लौटे सरफराज ने बुधवार को 391 गेंद में 301 रन की पारी खेली जिससे 41 बार के रणजी चैंपियन मुंबई ने पहली पारी में उत्तर प्रदेश को पछाड़कर बढ़त हासिल की। उत्तर प्रदेश ने आठ विकेट पर 625 रन बनाने के बाद पारी घोषित की थी। वेंगसरकर ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘शानदार, मुझे लगता है कि किसी भी क्रिकेट में तिहरा शतक बनाना बेहतरीन उपलब्धि है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित तौर पर वह (सरफराज) काफी अच्छा खेला होगा। मैंने पारी नहीं देखी, क्योंकि उस समय मैं मुंबई में नहीं था। ओर 600 रन के स्कोर को पीछे छोड़ना, मुझे लगता है कि मैंने लंबे समय में बाद यह देखा है।’’ चयन समिति के पूर्व अध्यक्ष जाने माने स्कूल स्तर के टूर्नामेंट जाइल्स शील्ड के पुरस्कार वितरण समारोह के बाद बोल रहे थे। वेंगसरकर ने कहा कि उन्हें खुशी है कि मुंबई के खिलाड़ी उत्तर प्रदेश के खिलाफ दमदार प्रदर्शन करने में सफल रहे।

भारत की ओर से 116 टेस्ट खेलने वाले वेंगसरकर ने कहा, ‘‘यह शानदार उपलब्धि है। 600 रन के स्कोर को पीछे छोड़ना बड़ी चीज है। यह मुंबई क्रिकेट के लिए अच्छा है क्योंकि कुछ खिलाड़ी भारत और कुछ भारत ए के लिए खेल रहे हैं इसलिए अन्य खिलाड़ियों का स्तर में सुधार करना महत्वपूर्ण है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे मुंबई के खिलाड़ियों से यही उम्मीद है। मैं बेहद खुश हूं। मुझे उन पर बेहद गर्व है।’’ सबसे बड़े लक्ष्य को पीछे छोड़ने का रिकॉर्ड दिल्ली के नाम है जिसने 1981-82 सत्र में कर्नाटक के 705 रन के जवाब में आठ विकेट पर 707 रन बनाए थे।

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