बतौर ओपनर टेस्ट में चले रोहित शर्मा, तो वो होगा जो पहले कभी ना हुआ!

32 साल के रोहित ने 27 टेस्ट में 39.62 की औसत से 1585 रन बनाये हैं जिसमें तीन शतक और 10 अर्धशतक शामिल है।

By भाषा | Published: September 14, 2019 02:57 PM2019-09-14T14:57:59+5:302019-09-14T14:57:59+5:30

Sanjay Bangar urges Rohit Sharma to 'maintain his individuality' if he opens in Tests | बतौर ओपनर टेस्ट में चले रोहित शर्मा, तो वो होगा जो पहले कभी ना हुआ!

बतौर ओपनर टेस्ट में चले रोहित शर्मा, तो वो होगा जो पहले कभी ना हुआ!

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भारतीय टीम के पूर्व सहायक कोच संजय बांगड़ ने कहा कि रोहित शर्मा को टेस्ट में सलामी बल्लेबाज के तौर पर ‘‘अपने अंदाज में खेलना जारी’’ रखना चाहिए और लंबे प्रारूप में उनकी सफलता भारत को बड़े लक्ष्यों का पीछा करने में मदद कर सकती है।

सीमित ओवरों के क्रिकेट में सलामी बल्लेबाज के तौर पर सफल रोहित को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो अक्टूबर से शुरू हो रही तीन मैचों की टेस्ट श्रृंखला के लिए चुनी गयी 15 सदस्यीय टीम में मौका दिया गया है। एकदिवसीय में तीन दोहरे शतक और टी20 अंतरराष्ट्रीय में चार शतक लगाने वाले रोहित को टीम में लोकेश राहुल की जगह चुना गया है। राहुल को वेस्टइंडीज दौरे पर खराब प्रदर्शन के कारण टीम से बाहर कर दिया गया।

बांगड़ ने ईएसपीनक्रिकइंफो को दिये साक्षात्कार में कहा, ‘‘अगर वह सफल हुए तो उनके खेलने के तरीके से टीम को काफी फायदा होगा। इससे भारतीय टीम सफलता पूर्वक लक्ष्य का पीछा कर सकती है जिसे करने में हम पहले असफल रहते थे जैसा कि केपटाउन और एजबेस्टन टेस्ट में हुआ था।’’

32 साल के रोहित ने 27 टेस्ट में 39.62 की औसत से 1585 रन बनाये हैं जिसमें तीन शतक और 10 अर्धशतक शामिल है। टेस्ट में हालांकि रोहित को मध्यक्रम के बल्लेबाज के तौर पर देखा जा रहा था लेकिन छठे नंबर पर हनुमा विहारी ने शानदार प्रदर्शन कर अपनी जगह पक्की कर ली जिससे रोहित को टेस्ट में सलामी बल्लेबाजी के तौर पर टीम में जगह बनानी होगी।

बांगड़ ने कहा, ‘‘ रोहित अगर अपने अंदाज में खेलना जारी रखेंगे तो वह सफल हो सकते हैं। उन्हें अपना तरीका बरकरार रखना होगा।’’ टीम के पूर्व बल्लेबाजी कोच ने कहा, ‘‘इस समय टीम के मध्यक्रम में कोई जगह नहीं है। पारी शुरू करना उसके लिए नयी चुनौती होगी क्योंकि लंबे प्रारूप के खेल में उन्होंने ऐसा बहुत कम किया है।’’

उन्होंने कहा,‘‘ उन्हें हालांकि इसका फायदा भी मिलेगा क्योंकि वह नयी गेंद के सामने बल्लेबाजी करेंगे और मैदान में काफी गैप मौजूद होगा। उन्हें ड्रेसिंग रूम में अपनी बारी का इंतजार नहीं करना होगा जो उनकी मानसिक ऊर्जा को बचाएगा।’’ टीम के साथ बांगड़ का पांच साल का कार्यकाल पिछले महीने खत्म हुआ था जब उनकी जगह विक्रम राठौर को भारत का बल्लेबाजी कोच नियुक्त किया गया।

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