सचिन ने बयां किया 1999 में ग्लेन मैक्ग्रा से हुई रोचक भिड़ंत का किस्सा, कैसे स्टार गेंदबाज के खिलाफ किया था 'पलटवार'

Sachin Tendulkar: महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने 1999 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर ग्लेन मैक्ग्रा के साथ हुई रोचक भिड़ंत का एक मजेदार किस्सा साझा किया है, जानिए क्या हुआ था

By अभिषेक पाण्डेय | Published: April 29, 2020 09:01 AM2020-04-29T09:01:15+5:302020-04-29T09:08:08+5:30

Sachin Tendulkar reveals interesting Glenn McGrath anecdote from 1999 Adelaide test | सचिन ने बयां किया 1999 में ग्लेन मैक्ग्रा से हुई रोचक भिड़ंत का किस्सा, कैसे स्टार गेंदबाज के खिलाफ किया था 'पलटवार'

सचिन ने 1999 के एडिलेड टेस्ट में मैक्ग्रा से हुई रोचक भिड़ंत का किस्सा किया बयां

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Highlightsसचिन ने 1999 के एडिलेड टेस्ट में मैक्ग्रा के साथ हुई रोचक भिड़ंत में मारी थी बाजीसचिन ने कहा कि कोरोना की वजह से क्रिकेटर्स को मिला ब्रेक उनके लिए अच्छा

महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने 1999 के एडिलेड टेस्ट के दौरान ऑस्ट्रेलियाई स्पीडस्टार ग्लेन मैक्ग्रा से जुड़ी एक रोचक कहानी बयां की है। सचिन ने खुलासा किया है कि कैसे उन्होंने मैक्ग्रा के खिलाफ मैदान में शतरंज जैसी जंग में जीत हासिल की थी।

मास्टर ब्लास्टर ने बताया कि कैसे वह जब मैक्ग्रा पूरे रंग में थे तो शांत और धैर्यवान रहे और अगली सुबह गियर बदलते हुए दबाव गेंदबाज पर ला दिया।

सचिन ने बयां किया 1999 में ग्लेन मैक्ग्रा से भिड़ंत का रोचक किस्सा

बीसीसीआई द्वारा ट्वीट एक वीडियो में सचिन ने कहा, '1999 में एडिलेड में हमारे पहले टेस्ट मैच में...पहली पारी में दिन के खेल में मुश्किल से 40 मिनट बचे होंगे। ग्लेन मैक्ग्रा आए और मुझे 5 या 6 मेडेन ओवर फेंके।'

सचिन ने कहा, 'ये उनकी रणनीति थी...सचिन को हताश करते हैं। 70 फीसदी गेंदें विकेटकीपर (एडम गिलक्रिस्ट) की तरफ जानी चाहिए और 10 फीसदी बैट के करीब से। अगल ऑफ स्टंप के बाहर की गेंदों का पीछा करते हैं या शॉट खेलते हैं हम सफल हो गए हैं!'

सचिन ने बताया, कैसे असफल की उनके खिलाफ मैक्ग्रा की रणनीति

सचिन ने कहा, 'इसलिए मैं जितना संभव हो गेंदें छोड़ता रहा। इनमें कुछ अच्छी गेंदें भी थीं, जिन पर मैं बीट भी हुआ। लेकिन मैंने कहा, अच्छी गेंदबाजी की और अब वापस जाओ और फिर से गेंदबाजी करो क्योंकि मैं अब भी यहां हूं।'

सचिन ने कहा, 'मुझे याद है कि अगली सुबह मैंने उन्हें कुछ चौके जड़े क्योंकि ये एक नया दिन था और हम दोनों एक ही स्तर पर थे। उनके पास रणनीति थी लेकिन मुझे पता था कि उनकी रणनीति मुझे हताश करने की थी।'

तेंदुलकर ने कहा, 'मैंने सोचा इस शाम तो मैंने धैर्य बनाए रखा है लेकिन कल सुबह मैं वैसे ही खेलूंगा जैसे चाहता हूं। आप इस पर नियंत्रण नहीं रखेंगे कि मैं कैसे खेलना चाहता हूं बल्कि मैं नियंत्रित करूंगा कि आप कहां गेंदबाजी करेंगे।'

सचिन ने साथ ही युवा क्रिकेटरों को कोरोना लॉकडाउन के दौरान खुद को मानसिक तौर पर फिट रखने के लिए भी टिप्स दिए। कोरोना की वजह से दुनिया भर में क्रिकेट की गतिविधियां ठप हैं और सचिन ने कहा कि कई बार थोड़े समय के लिए खेल से दूर रहना भी अच्छा होता है।

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