टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने पुलवामा आतंकी हमले की आलोचना करते हुए कहा कि इस हमले ने उन्हें गहरा सदमा लगा है और किसी अन्य भारतीय की तरह वह भी देश के लिए लड़ने के तैयार हैं।
शमी ने पुलवामा में आंतकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ परिवारों को 5 लाख रुपये की राशि भी दान की है। इस तेज गेंदबाज ने इंडिया टुडे से कहा, 'हमें पुलवामा हमले को कभी नहीं भूलना चाहिए। हमें अपने वीर जवानों की शहादत को कभी नहीं भुलाना चाहिए जिन्होंने देश और हमारे लिए अपनी जान कुर्बान कर दी।'
इस आतंकी हमले पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए शमी ने कहा कि किसी अन्य भारतीय की तरह ही वह भी देश के लिए लड़ने को तैयार हैं।
शमी ने कहा, 'पुलवामा शहीदों को समर्पित होगी ऑस्ट्रेलिया सीरीज जीत'
शमी ने कहा, 'मैं गुस्से से भरा हुआ हूं और इन हमलों ने मेरा दिल में गहरा दुख भर दिया है। मुझे नहीं लगता कि देश में कोई भी ऐसा होगा, जिसको ये अहसास न हो। मेरी दुआएं शहीदों के परिवारों के साथ है। मैं अपने देश और अपने परिवार के लिए लड़ने को तैयार हूं। कोई भी भारतीय न कहने की हिम्मत नहीं कर सकता। मैं किसी भी घटना का सामना करने के लिए तैयार हूं।'
हालांकि इस स्पीडस्टार ने कहा कि वर्ल्ड कप में पाकिस्तान से खेलने का फैसला सरकार पर छोड़ देना चाहिए। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि ये फैसला सरकार को लेना चाहिए, मुझे लगता है कि वे जो भी निर्णय लेंगे, हम उसे मानेंगे।'
उन्होंने कहा, 'मेरी राय है कि, अगर हम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घर में आगामी सीरीज जीत जीतें, तो इसे शहीदों को समर्पित की जानी चाहिए। मैं निजी तौर पर इसे उनके लिए जीतना चाहता हूं।'