अभी महज कुछ दिन पहले ही टीम इंडिया के कोच रवि शास्त्री के करार आगे बढ़ाने को लेकर उठे सवाल पर एक बीसीसीआई अधिकारी ने कहा था कि इस हफ्ते नई दिल्ली में में प्रशासकों की समिति (सीओए) और बीसीसीआई के बीच हुई बड़ी बैठक में ये मुद्दा अजेंडे में शामिल नहीं था। इससे इस बात की संभावनाएं बढ़ गई हैं कि टीम इंडिया को वर्ल्ड कप 2019 के बाद नया कोच मिल सकता है।
भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री और उनके सपोर्ट स्टाफ में शामिल गेंदबाजी कोच भरत अरुण, बैटिंग कोच संयज बांगड़ और फील्डिंग कोच आर श्रीधर का करार इंग्लैंड और वेल्स में खेले जाने वाले वर्ल्ड कप 2019 के बाद इस साल जुलाई में खत्म हो रहा है।
इस मुद्दे पर पूछे जाने पर एक बीसीसीआई अधिकारी ने पीटीआई से कहा, 'रवि शास्त्री का करार का मुद्दा बैठक में नहीं आया क्योंकि ये कार्यसूची में शामिल नहीं था। कम से कम मुझे इस बारे में नहीं पता है।'
क्या इसका मतलब है कि भारतीय टीम के लिए वर्ल्ड कप 2019 के बाद एक नया कोच नियुक्त करने की ओर कदम बढ़ाए जा रहे हैं?
ESPNCricinfo की रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसा हो भी हो सकता है क्योंकि बीसीसीआई नए कोच को लेकर विज्ञापन जारी कर सकती है। लेकिन नए कोच के लिए इंटरव्यू वर्ल्ड कप 2019 के बाद और भारत का वेस्टइंडीज दौरा शुरू होने से पहले होने की संभावना है। इसका मतलब है कि बीसीसीआई के पास नए कोच के ऐलान के लिए दो हफ्ते का समय होगा।
इस रिपोर्ट के मुताबिक, इस पद के लिए उम्मीदवारों की समीक्षा के बाद ही बोर्ड इस बात पर फैसला लेगा कि वेस्टइंडीज सीरीज के लिए अंतरिम कोच नियुक्त करना है या शास्त्री का करार आगे बढ़ाना है।
कोच चुनने की प्रक्रिया में, बोर्ड के एक बार फिर से तीन सदस्यों की क्रिकेट अडवायजरी कमिटी (सीएसी) के पास ही जाने की उम्मीद है, जिसमें सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण शामिल हैं।
इसके अलावा शास्त्री को इस प्रक्रिया में अलग से एंट्री मिल सकती है, अगर ऐसा हुआ तो ये अनिल कुंबले का करार खत्म होने के बाद अपनाई गई जैसी चयन प्रक्रिया जैसा ही होगा।