रणजी ट्राफी क्वार्टर फाइनलः 46 रन पर गिरे थे बंगाल के 5 विकेट, मजूमदार का शतक, शानदार वापसी

ओडिशा के तेज गेंदबाजों के आगे बंगाल को पहले सत्र में काफी परेशानी हुई। सूर्यकांत प्रधान (96 रन देकर दो विकेट), प्रीत सिंह चौहान (52 रन देकर दो विकेट) और बसंत मोहंती (48 रन देकर एक विकेट) ने शुरू में नमी का फायदा उठाया और बंगाल के शीर्ष क्रम को तहस नहस किया।

By भाषा | Published: February 20, 2020 07:26 PM2020-02-20T19:26:29+5:302020-02-20T19:26:29+5:30

Ranji Trophy quarter-finals: Bengal fell for 46 runs, Mazumdar's century, great comeback | रणजी ट्राफी क्वार्टर फाइनलः 46 रन पर गिरे थे बंगाल के 5 विकेट, मजूमदार का शतक, शानदार वापसी

जडेजा, जानी और जैकसन के अर्धशतक से सौराष्ट्र के छह विकेट पर 226 रन बनाए।

googleNewsNext
Highlightsअनुभवी मजूमदार ने 20 चौकों की मदद से नाबाद 136 रन की पारी खेलकर वापसी दिलायी।श्रीवत्स गोस्वामी ने 34 रन की पारी खेलकर मजूमदार को सहयोग दिया और 95 रन की भागीदारी निभायी।

अनुष्टुप मजूमदार के शतक की मदद से बंगाल ने गुरुवार को यहां रणजी ट्राफी क्वार्टर फाइनल के शुरुआती दिन ओडिशा के खिलाफ 46 रन तक पांच विकेट गिरने के बावजूद शानदार वापसी की और स्टंप तक छह विकेट गंवाकर 308 रन बना लिये।

ओडिशा के तेज गेंदबाजों के आगे बंगाल को पहले सत्र में काफी परेशानी हुई। सूर्यकांत प्रधान (96 रन देकर दो विकेट), प्रीत सिंह चौहान (52 रन देकर दो विकेट) और बसंत मोहंती (48 रन देकर एक विकेट) ने शुरू में नमी का फायदा उठाया और बंगाल के शीर्ष क्रम को तहस नहस किया।

लेकिन अनुभवी मजूमदार ने 20 चौकों की मदद से नाबाद 136 रन की पारी खेलकर वापसी दिलायी। वह सत्र में अपना छठा मैच खेल रहे हैं। उन्होंने दबाव में संयमित पारी खेली। अगले महीने 36 साल के होने वाले मजूमदार ने सत्र के शुरू में दिल्ली के खिलाफ बारिश से प्रभावित ड्रा मुकाबले में ऐसी ही स्थिति में 99 रन की पारी खेली थी। वहीं आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर द्वारा खरीदे गये आल राउंडर शाहबाज अहमद ने भी सातवें नंबर पर काफी परिपक्वता दिखायी और नाबाद 82 रन की पारी से बंगाल को वापसी करने में मदद की।

दोनों ने सातवें विकेट के लिये अब तक नाबाद 167 रन की साझेदारी की है जिससे बंगाल की टीम अंतिम सत्र में मजबूत दिख रही थी जिसने इसमें शानदार 3.41 रन रेट से 99 रन जोड़े। विकेटकीपर श्रीवत्स गोस्वामी ने 34 रन की पारी खेलकर मजूमदार को सहयोग दिया और 95 रन की भागीदारी निभायी।

घरेलू टीम ने शुरू में सफलता हासल की, हालांकि बाद में पिच बल्लेबाजों के मुफीद होती चली गयी। मजूमदार ने गोविंद पोद्दार की गेंद को स्क्वायर लेग बाउंड्री के लिये भेजकर अपना आठवां शतक और दिसंबर 2017 के बाद पहला सैकड़ा जमाया।

मजूमदार का अंतिम शतक (दूसरी पारी में नाबाद 132 रन) भी रणजी ट्राफी क्वार्टर फाइनल में बना था जिसमें बंगाल ने 2017-18 सत्र में गुजरात को मात दी थी। इससे पहले इंडिया ए में नियमित रूप से खेलने वाले अभिमन्यु ईश्वरन सात रन पर आउट होने वाले पहले खिलाड़ी रहे।

उन्हें इस सत्र में मनोज तिवारी की जगह कप्तान बनाया गया है। अपना 100वां प्रथम श्रेणी मैच खेल रहे तेज गेंदबाज मोहंती ने कोशिक घोष का विकेट चटकाया जिससे बंगाल ने सात ओवर के अंदर अपने दोनों सलामी बल्लेबाजों के विकेट गंवा दिये। सूर्यकांत प्रधान ने अभिषेक रमन का विकेट लिया जबकि देवव्रत ने फार्म में चल रहे तिवारी का विकेट लेकर मेहमान टीम को दिन का बड़ा झटका दिया। 

जडेजा, जानी और जैकसन के अर्धशतक से सौराष्ट्र के छह विकेट पर 226 रन

विश्वराज सिंह जडेजा (73), चिराग जानी (नाबाद 53) और शेल्डन जैकसन (50) के अर्धशतक से सौराष्ट्र ने गुरुवार को यहां रणजी ट्राफी क्वार्टर फाइनल के पहले दिन आंध्र के खिलाफ छह विकेट पर 226 रन बनाए। मेजबान टीम की ओर से बायें हाथ के तेज गेंदबाज यारा पृथ्वी राज ने 51 रन देकर तीन विकेट चटकाए जबकि केवी शशिकांत ने दो विकेट हासिल किए।

टास हारकर बल्लेबाजी करने उतरे सौराष्ट्र की शुरुआत खराब रही। टीम ने तीसरे ओवर में ही सलामी बल्लेबाज हार्विक देसाई (00) का विकेट गंवा दिया जिन्होंने बायें हाथ के तेज गेंदबाज सीवी स्टीफन की गेंद पर विकेटकीपर श्रीकर भरत को कैच थमाया। सलामी बल्लेबाज किशन परमार (35) और अवि बरोत (14) ने दूसरे विकेट के लिए 34 रन की साझेदारी की।

पृथ्वी राज ने बरोत को भरत के हाथों कैच कराके इस साझेदारी को तोड़ा। परमार भी इसके बाद पृथ्वी राज की गेंद पर विकेट के पीछे कैच दे बैठे जिससे टीम का स्कोर 67 रन पर तीन विकेट हो गया। जडेजा और अनुभवी जैकसन ने इसके बाद चौथे विकेट के लिए 72 रन जोड़कर पारी को संभाला। जैकसन शुरू से ही लय में नजर आए और उन्होंने नौ चौकों और एक छक्के की मदद से 68 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। वह हालांकि तीन गेंद बाद पृथ्वी राज का तीसरा शिकार बने।

पिछले मैच में शतक जड़ने वाले अर्पित वसावदा भी एक रन बनाने के बाद पवेलियन लौट गए। जडेजा और जानी ने इसके बाद टीम का स्कोर 200 रन के पार पहुंचाया। दिन के अंतिम लम्हों में शशिकांत ने जडेजा को भरत के हाथों कैच कराके इस साझेदारी को तोड़ा। जडेजा ने 179 गेंद की अपनी पारी में 10 चौके मारे। दिन का खेल खत्म होने पर जानी का साथ प्रेरक मांकड़ निभा रहे थे जिन्होंने अभी खाता नहीं खोला है।

Open in app