Ranji Trophy: फॉलोऑन मिलने के बाद भी जीत हासिल करने वाली रणजी इतिहास में पहली टीम बनी झारखंड, त्रिपुरा को 54 रनों हराया

रणजी ट्रॉफी के 85 साल के इतिहास में यह पहला मौका है जब किसी टीम ने फॉलोऑन मिलने के बाद जीत हासिल की है।

By सुमित राय | Published: December 14, 2019 08:29 AM2019-12-14T08:29:00+5:302019-12-14T08:29:00+5:30

Ranji Trophy: Jharkhand beat Tripura by 54 runs and become 1st team in 85 years of Ranji Trophy history to win after following on | Ranji Trophy: फॉलोऑन मिलने के बाद भी जीत हासिल करने वाली रणजी इतिहास में पहली टीम बनी झारखंड, त्रिपुरा को 54 रनों हराया

इशांक जग्गी 207 गेंदों पर 107 रन बनाकर रिटायर्ड हर्ट हुए, जबकि सौरभ तिवारी ने 190 गेंदों पर 122 रनों की नाबाद पारी खेली।

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Highlightsझारखंड की क्रिकेट टीम ने रणजी ट्रॉफी में इतिहास रच दिया।झारखंड फॉलोऑन के बाद जीत हासिल करने वाली पहली टीम बन गई।झारखंड ने त्रिपुरा को 54 रनों से हराया।

झारखंड की क्रिकेट टीम ने रणजी ट्रॉफी में इतिहास रच दिया और फॉलोऑन के बाद जीत हासिल करने वाली पहली टीम बन गई। रणजी ट्रॉफी के 85 साल के इतिहास में यह पहला मौका है जब किसी टीम ने फॉलोऑन मिलने के बाद जीत हासिल की है। झारखंड ने त्रिपुरा को 54 रनों से हरा दिया।

अगरतला के महाराजा बीर बिक्रम कॉलेज स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में झारखंड के कप्तान सौरभ तिवारी ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। त्रिपुरा की टीम ने अपने घरेलू मैदान पर पहले बल्लेबाजी करते हुए 289 रन बनाए। इसके जवाब में झारखंड की टीम 136 रनों पर ऑल आउट हो गई और त्रिपुरा को 153 रनों की बढ़त मिली। इसके बाद झारखंड को फॉलोऑन खेलना पड़ा, क्योंकि चार दिनों के मैच में पहली पारी में 150 रनों की बढ़त से फॉलो-ऑन होता है।

इसके बाद दूसरी पारी में भी झारखंड की हालत खराब थी और टीम ने 138 के स्कोर पर अपने 5 विकेट गवां दिए थे। झारखंड को पारी की हार से बचने के लिए अब भी 15 रनों की जरूरत थी। बल्लेबाज इशांक जग्गी और कप्तान सौरभ तिवारी क्रीज पर मौजूद थे। इसके बाद दोनों बल्लेबाजों ने कमाल की बैटिंग की और इतिहास रचने में अहम भूमिका निभाई।

इशांक जग्गी 207 गेंदों पर 107 रन बनाकर रिटायर्ड हर्ट हुए, जबकि सौरभ तिवारी ने 190 गेंदों पर 122 रनों की नाबाद पारी खेली। झारखंड की टीम ने अपनी दूसरी पारी 8 विकेट के नुकसान पर 418 रन बनाकर घोषित कर दी। झारखंड की टीम को 265 रनों की बढ़त हासिल हो गई थी और त्रिपुरा को जीत के लिए 266 रन बनाने थे।

यहां से झारखंड के गेंदबाजों ने कमाल की गेंदबाजी की और त्रिपुरा को 211 रनों पर ऑल आउट कर दिया। झारखंड ने इतिहास रचते हुए त्रिपुरा को 54 रनों से हरा दिया। झारखंड की ओर से आशीष कुमार ने शानदार गेंदबाजी की और 18.4 ओवर में 67 रन देकर 5 विकेट हासिल किया। इसके अलावा विवेकानंद तिवारी ने 3 और अजय यादव ने 2 विकेट हासिल किया। त्रिपुरा की ओर से एमबी मुरासिंह ने जवाबी हमला बोलते हुए 103 रनों की पारी खेली, लेकिन अपनी टीम को जीत नहीं दिला पाए।

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