DDCA अध्यक्ष रजत शर्मा ने दिया पद से इस्तीफा, कहा- यहां ईमानदारी और पारदर्शिता के सिद्धांतों के साथ चलना संभव नहीं

डीडीसीए के अंदरूनी सूत्रों का मानना है कि जेटली के निधन के बाद शर्मा कमजोर पड़ गये थे क्योंकि पूर्व वित्त मंत्री संस्था के विभिन्न गुटों को एकजुट रखने में अहम भूमिका निभाते थे। 

By राजेन्द्र सिंह गुसाईं | Published: November 16, 2019 11:20 AM2019-11-16T11:20:00+5:302019-11-16T11:23:12+5:30

Rajat Sharma resigns as DDCA president | DDCA अध्यक्ष रजत शर्मा ने दिया पद से इस्तीफा, कहा- यहां ईमानदारी और पारदर्शिता के सिद्धांतों के साथ चलना संभव नहीं

DDCA अध्यक्ष रजत शर्मा ने दिया पद से इस्तीफा, कहा- यहां ईमानदारी और पारदर्शिता के सिद्धांतों के साथ चलना संभव नहीं

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दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (DDCA) अध्यक्ष रजत शर्मा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। मशहूर पत्रकार रजत शर्मा के खिलाफ दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन यानी डीडीसीए के बाकी निदेशकों ने प्रस्ताव पास करके उनकी शक्तियां छीन ली थीं। ऐसे में उनका काम ज्यादा रह नहीं गया था। रजत शर्मा के इस्तीफा का ये बड़ा कारण माना जा रहा है।

रजत शर्मा का लगभग 20 महीने का कार्यकाल उतार चढ़ाव से भरा रहा। इस बीच उनके महासचिव विनोद तिहाड़ा से मतभेद सार्वजनिक तौर पर सामने आए। तिहाड़ा को संगठन में अच्छा समर्थन हासिल है। शर्मा ने बयान में कहा, ‘‘यहां क्रिकेट प्रशासन हर समय खींचतान और दबावों से भरा होता है। मुझे लगता है कि यहां निहित स्वार्थ हमेशा क्रिकेट के हितों के खिलाफ सक्रिय रहे हैं। ’’ 

उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि डीडीसीए में निष्ठा, ईमानदारी और पारदर्शिता के सिद्धांतों के साथ चलना संभव नहीं है जिनसे कि मैं किसी भी कीमत पर समझौता नहीं करूंगा।’’ 

शर्मा पूर्व वित्त मंत्री स्वर्गीय अरुण जेटली का समर्थन मिलने पर क्रिकेट प्रशासन से जुड़े थे। डीडीसीए के अंदरूनी सूत्रों का मानना है कि जेटली के निधन के बाद शर्मा कमजोर पड़ गये थे क्योंकि पूर्व वित्त मंत्री संस्था के विभिन्न गुटों को एकजुट रखने में अहम भूमिका निभाते थे। 

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे अपने प्रयास में कई तरह की बाधाओं, विरोध और उत्पीड़न का सामना करना पड़ा, बस मुझे निष्पक्ष और पारदर्शी तरीकों से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने से रोकना था। इसलिए मैंने हटने का फैसला किया है और डीडीसीए अध्यक्ष पद से तत्काल प्रभाव से अपना त्यागपत्र शीर्ष परिषद को सौंप दिया है।’’

(भाषा इनपुट के साथ)

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