नई दिल्ली, 17 मई: इंग्लैंड के स्टार ऑलराउंडर मोईन अली ने कहा है कि सरे के ड्रेसिंग रूम की कुछ धारणाएं तब निश्चित तौर पर टूट जाएंगी जब 'असली शेर' टीम से जुड़ेगा। मोईन कोहली के अगले महीने इंग्लिश काउंटी से जुड़ने के बारे में अपनी राय दे रहे थे। सरे की टीम में ज्यादा स्थानीय स्टार नहीं है लेकिन इंटरनेशनल स्टार खिलाड़ियों में दक्षिण अफ्रीका क मोर्ने मोर्कल, टॉम कूरन, डीन एल्गर और ऑस्ट्रेलिया के मिशेल मार्श और एरॉन फिंच शामिल हैं।
मोईन अली और उनके हमवतन गेंदबाज क्रिस वोक्स आईपीएल में कोहली की कप्तानी में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए खेल रहे हैं। मोईन ने द गार्जियन को दिए इंटरव्यू में कहा, 'मैं सरे के कुछ खिलाड़ियों को जानता हूं लेकिन वे वैसे नहीं हैं जैसा ज्यादातर समय लोग उनके बारे में कहते हैं। लेकिन अगर उस ड्रेसिंग रूम में कोई सोचता है कि वह शेर है तो उन्हें कुछ देर चुप बैठने की जरूरत होगी क्योंकि असली बब्बर शेर आ रहा है।'
मोईन और वोक्स ने कोहली के बारे में उन धारणाओं को खारिज किया कि वह आक्रामक और डारने वाले हैं। मोईन ने कहा, 'जब आप उन्हें मैदान पर देखते हैं तो लोग धारणा बना लेते हैं कि वह घमंडी हैं लेकिन वह इससे एकदम उलट है। वह बहुत ही विनम्र हैं और अच्छे हैं। वह भारत में सबसे बड़े स्टार हैं लेकिन फिर भी वह फोन करके मेरा हालचाल और लंच के लिए पूछते हैं।'
मोईन ने कहा, 'अगर कोई खिलाड़ी टीम को उसके घर खाने के लिए आमंत्रित करता है तो उनके (कोहली) के लिए उसे मना करना बहुत आसान है। लेकिन वह हमेशा खाने पर जाएंगे। मैं निश्चित तौर पर कह सकता हूं कि उनके बारे में जो बुरा बोलता है वह उन्हें जानता नहीं है।'
मोईन की ही तरह वोक्स ने कहा, 'आपकी विराट जैसे खिलाड़ी के बारे में अपनी राय हो सकती है, जो बहुत ही जोशीले और भावुक हैं। लेकिन मैदान के बाहर वह बहुत ही शांत और आप उनसे किसी भी चीज के बारे में बात कर सकते हैं।'
वोक्स ने कहा, 'वह बहुत ही विनम्र हैं और एक ऐसे खिलाड़ी जिसके ऊपर भारत में लोगों का उतना ध्यान और दबाव हो उसे इतना अच्छा प्रदर्शन करते हुए देखना शानदार है।'
वोक्स ने कहा कि जब आपकी टीम में कोहली होते हैं तो बाकी के खिलाड़ी बेकार हो जाते हैं। उन्होंने कहा, 'मैंने अपने पहले आईपीएल में पाया कि एक विदेशी खिलाड़ी के तौर पर आपको भारत में एयरपोर्ट पर चलते समय काफी अटेंशन मिलता है। लेकिन टीम में इस नंबर एक खिलाड़ी, किंग के होने पर हम सब अप्रासंगिक हो जाते हैं।'