प्रज्ञान ओझा का खुलासा, 'आईपीएल 2009 में सचिन को आउट करने पर टीम के मालिक से मिला था खास गिफ्ट'

Pragyan Ojha, Sachin Tendulkar: पूर्व स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने खुलासा किया है कि आईपीएल 2009 में सचिन तेंदुलकर को आउट करने पर उन्हें टीम के मालिक से खास तोहफा मिला था

By अभिषेक पाण्डेय | Published: June 28, 2020 03:46 PM2020-06-28T15:46:59+5:302020-06-28T15:59:32+5:30

Pragyan Ojha reveals, He got special gift for dismissing Sachin Tendulkar in IPL 2009 | प्रज्ञान ओझा का खुलासा, 'आईपीएल 2009 में सचिन को आउट करने पर टीम के मालिक से मिला था खास गिफ्ट'

प्रज्ञान ओझा को आईपीएल 2009 में सचिन को आउट करने पर मिला था स्पेशल गिफ्ट (Twitter)

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Highlightsप्रज्ञान ओझा को 2009 आईपीएल में सचिन का विकेट लेने पर मिला था स्पेशल तोहफाओझा को ये गिफ्ट डेक्कन चार्जर्स के मालिक से मिला था, उस सीजन में झटके थे 18 विकेट

पूर्व बाएं हाथ के स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने खुलासा किया है कि कैसे उन्हें एक आईपीएल मैच में सचिन तेंदुलकर को आउट करने पर एक विशेष तोहफा दिया गया था। दक्षिण अफ्रीका में खेले गए 2009 आईपीएल के दौरान, मुंबई इंडियंस के खिलाफ मैच से पहले डेक्कन चार्जर्स का हिस्सा रहे ओझा से फ्रेंचाइजी के मालिक ने तेंदुलकर का विकेट लेने पर गिफ्ट देने का वादा किया था।

डरबन के किंग्समीड स्टेडियम में खेले गए मैच में ओझा ने 21 रन देकर 3 विकेट झटके थे, जिसमें तेंदुलकर, जेपी डुमिनी और शिखर धवन के विकेट शामिल थे और इस प्रदर्शन के लए उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया था।

ओझा को आईपीएल मैच में सचिन को आउट करने पर मिला खास विकेट

एचटी की रिपोर्ट के मुताबिक,  ओझा ने विजडन इंडिया से कहा, 'यह डरबन में, मुंबई इंडियंस के खिलाफ हमारे मैच से पहले हुआ था।' 'हमारे मालिक मेरे पास आए, और जिस तरह से मैं दक्षिण अफ्रीका में गेंदबाजी कर रहा था, उन्होंने मुझसे बातचीत की। वह हैदराबाद से हैं, [वह] हैदराबाद क्रिकेट असोसिएशन सिस्टम में हमारे स्थानीय लीग में टीम के मालिकों में से एक हैं। वह मुझे बचपन से जानते हैं। वह मेरे पास आए और कहा कि प्रज्ञान, 'अगर आपको सचिन तेंदुलकर का विकेट मिलता है, तो निश्चित रूप से मेरे पास आपके लिए एक विशेष गिफ्ट है।'

'वह वास्तव में जानते थे कि मैं घड़ियों से प्यार करता था। मैंने उनसे कहा, 'सर, अगर मुझे उनका विकेट मिलता है, तो मुझे एक घड़ी चाहिए'। ऐसा ही हुआ, अगले दिन, मुझे सचिन पाजी का विकेट मिला और उन्होंने मुझे एक घड़ी गिफ्ट की।'

उस मैच में ओझा द्वारा लिया गया तेंदुलकर का विकेट निर्णायक साबित हुआ क्योंकि इसने मुंबई इंडियंस के पतन की पटकथा तैयार की थी। जीत के लिए 169 रनों का पीछा करते हुए, मुंबई ने एक समय 86/1 पर स्कोर बना लिया था, लेकिन ओझा के तीन विकेटों की वजह से वह 156 रन पर सिमट गई। ओझा ने तेंदुलकर को 36 के स्कोर हर्शल गिब्स द्वारा कवर में कैच करवाया था। ये बाएं हाथ का स्पिनर उस सीजन में 18 विकेटों के साथ पांचवां सबसे ज्यादा विकेट लेने वाला गेंदबाज रहा था।

ओझा ने कहा, 'यह एक विशेष विकेट है', 'सचिन पाजी जैसे किसी को आउट करना एक अद्भुत भावना है, उन विकेटों में से एक जो आप हमेशा एक गेंदबाज के रूप में पाने का सपना देखते हैं। आप अच्छा महसूस करते हैं, कि आप विश्व क्रिकेट में अपना वर्चस्व रखने वाले लोगों के साथ प्रतिस्पर्धा करने लायक हैं।

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