Highlightsपीयूष चावला की गुगली के इस्तेमाल को लेकर हुई थी एक चयनकर्ता से बहसपीयूष ने सचिन के स्ट्रेट ड्राइव का उदाहरण देकर कर दी थी बोलती बंद
लेग स्पिनर पीयूष चावला ने भारतीय टीम में नहीं चुने जाने के बाद एक राष्ट्रीय चयनकर्ता से हुई बहस का खुलासा किया है। चावला ने खुलासा किया कि एक बार एक चयनकर्ता ने उन्हें बताया कि वह भारतीय टीम में जगह नहीं बना सके क्योंकि घरेलू क्रिकेट में उनके द्वारा लिए गए सभी विकेट गुगली फेंकने से मिले थे।
चावला ने पूर्व भारतीय बल्लेबाज आकाश चोपड़ा से यूट्यूब चैनल पर बातचीत में कहा, 'मैंने एक चयनकर्ता से बात की और उन्होंने मुझे बताया कि तुम बहुत ज्यादा विकेट गुगली फेंकते हुए लेते हो। तुम मुझे बचपन से जानते हो और तुम जानते हो कि मुझे जो महसूस होता है वह मैं बोलता हूं और मन में कुछ भी नहीं रखता।'
पीयूष चावला ने अपनी गेंदबाजी पर सवाल उठाने वाले को दिया था सचिन का उदाहरण
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, चावला ने कहा, 'मैंने उस चयनकर्ता से बस ये पूछा कि फिर तो अगर सचिन तेंदुलकर स्ट्रेट ड्राइव शानदार खेलते हैं और अगर वे अपने 100 में से 60 रन स्ट्रेट ड्राइव से बनाते हैं, तो क्या उनके शतक का कोई महत्व नहीं होगा। मेरे ख्याल से इस जवाब के बाद वह चयनकर्ता नाराज हो गया। आखिरकार विकेट तो विकेट ही होता है।'
इस बातचीत के दौरान आकाश चोपड़ा ने भी खुलासा किया कि एक चयनकर्ता ने उनसे भी कहा था कि उनके रनों की गुणवत्ता अच्छी नहीं है।
चावला 2007 टी20 वर्ल्ड कप 2011 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीमों का हिस्सा थे। भारत ने 2007 में टी20 वर्ल्ड कप और 2011 में 50 ओवर का वर्ल्ड कप जीता था।
लेग स्पिनर ने भारत केलिए 3 टेस्ट, 25 वनडे और 7 टी20 मैच खेलते हुए सभी फॉर्मेट में 43 विकेट झटके हैं।
चावला को आईपीएल 2020 में चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए खेलना था लेकिन ये टी20 लीग कोरोना वायरस महामारी की वजह से स्थगित है।
वहीं आकाश चोपड़ा ने 2003-04 के दौरान भारतीय टीम का 10 टेस्ट मैचों में प्रतिनिधित्व किया था।