Highlightsविश्व क्रिकेट के लिए अच्छी होगी भारत-पाकिस्तान सीरीज: एहसान मनी।भारत सरकार पर लगाया आरोप।पीसीबी को बीसीसीआई से कोई परेशानी नहीं : एहसान मनी।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के चेयरमैन एहसान मनी ने भारत-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट ना होने की वजह भारत सरकार की नीति को बताया है। एहसान मनी के मुताबिक अगर दोनों मुल्कों के बीच श्रृंखला खेली जाए, तो ये क्रिकेट के लिए बहुत अच्छा रहेगा।
2012-13 में आखिरी बार खेली गई सीरीज
दोनों देशों के बीच इस वक्त काफी तनाव का माहौल है। दोनों टीमों के बीच आखिरी द्विपक्षीय सीरीज 2012-13 में खेली गई थी, जिसे भारत ने 2-1 से अपने नाम किया था। इसके बाद चैंपियंस ट्रॉफी-2013, टी20 विश्व कप-2014, वर्ल्ड कप-2015, टी20 विश्व कप-2016, चैंपियंस ट्रॉफी-2017 और विश्व कप-2019 में भारत-पाकिस्तान की टीमें आमने-सामने रही थीं।
एहसान मनी ने सरकार की नीति को बताया वजह
एहसान मनी ने क्रिकबज से बात करते हुए कहा है, "पाकिस्तान-भारत के मैच दुनिया में सबसे ज्यादा देखे जाने वाले क्रिकेट मैच हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद और एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) के इवेंट्स के अलावा हम भारत सरकार की नीति के कारण एक-दूसरे के खिलाफ नहीं खेलते हैं। यह वैश्विक क्रिकेट की भलाई के लिए अच्छा होगा यदि हम एक दूसरे के खिलाफ खेलते हैं। हालांकि, हमारी योजना में हम भारत के खिलाफ किसी भी द्विपक्षीय सीरीज को ध्यान में नहीं रखते हैं।"
एहसान मनी ने मुताबिक पीसीबी को बीसीसीआई के साथ कोई परेशानी नहीं थी। उन्हें इस बात का अंदेशा नहीं है कि कुछ देश (भारत) अपने हितों को एक खेल से भी आगे रखते हैं। एहसान मनी ने कहा, "हम सभी वैश्विक खेल और विश्व क्रिकेट की भलाई के लिए कर्तव्य का पालन करते हैं और इससे पहले अपने अल्पकालिक हितों को नहीं रखते हैं।"
सास-बहू की तरह मुंह फैलाकर बैठे हैं भारत-पाकिस्तान: शोएब अख्तर
कुछ महीने पहले पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शोएब अख्तर ने भारत-पाकिस्तान के बीच संबंधों पर एक बार फिर अपनी राय रखी थी। अख्तर के मुताबिक दोनों मुल्कों को आपसी मसले सुलझाने चाहिए।
शोएब अख्तर ने कहा था, "दोनों देशों को बातचीत के साथ अपने मसले सुलझाने चाहिए। दोनों देश एक दूसरे से ऐसे नाराज होकर बैठे हैं जैसे सास-बहू हों। एक गुस्सा होकर इस तरफ बैठा है दूसरा दूसरी तरफ, बात करने को ही तैयार नहीं है।" शोएब अख्तर ने कोरोना महामारी से निपटने हेतु दोनों देशों के लिए धन जुटाने के उद्देश्य से भारत-पाकिस्तान के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज के आयोजन के प्रस्ताव पर दिया था।