श्रीलंका की क्रिकेट टीम पर आतंकी हमले के एक दशक बाद बुधवार से रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम में पहली बार पाकिस्तान में हो रहे टेस्ट मैच के लिए कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। वर्ष 2009 में आतंकी हमले का निशाना बनने वाली श्रीलंका की टीम रावलपिंडी और कराची में दो टेस्ट खेलने के लिए एक बार फिर पाकिस्तान आई है और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को उम्मीद है कि इससे वह अन्य टीमों को भी देश का दौरा करने के लिए मना पाएगा।
बुधवार को शुरू हुए टेस्ट में श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। इस मैच के लिए रावलपिंडी में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है जहां पाकिस्तानी सेना का मुख्यालय भी है। पाकिस्तान के कप्तान अजहर अली ने टास के दौरान कहा, ‘‘बेशक यह पाकिस्तान क्रिकेट में एक ऐतिहासिक दिन है और हम सभी रोमांचित हैं। हम जीत दर्ज करके इस लम्हे को यादगार बनाना चाहते हैं इसलिए हमने कमर कस ली है।’’
स्टेडियम के अंदर और बाहर बड़ी संख्या में सशस्त्र पुलिस को तैनात किया गया है जो प्रशंसकों पर नजर रख रही है। स्टेडियम की ओर जाने वाले सभी रास्तों को बंद किया गया है। बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी के बावजूद प्रशंसक स्टेडियम में जाते हुए काफी रोमांचित दिखे। इनमें से कई प्रशंसक पहली बार मैदान पर टेस्ट मैच देखने पहुंचे।