16 मार्च 2012 को सचिन तेंदुलकर ने जैसे ही शाकिब अल हसन की गेंद स्क्वैयर लेग पर खेली, उन्होंने एक नया इतिहास रच दिया। इस शॉट के साथ ही सचिन ने भारत और बांग्लादेश के बीच खेले गए एशिया कप मैच के दौरान 100वां इंटरनेशनल शतक जड़ते हुए, ये रिकॉर्ड बनाने वाले दुनिया के एकमात्र क्रिकेटर बन गए।
इसके साथ ही फैंस ने राहत की सांथ ली थी, जो 369 दिनों से सचिन के 100वें शतक का इंतजार कर रहे थे। सचिन ने अपना 99वां इंटरनेशनल शतक 11 मार्च 2011 को वर्ल्ड कप में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नागपुर में जड़ा था।
100वें शतक के लिए फैंस को करना पड़ा 369 दिन का इंतजार
इसके बाद फैंस को उम्मीद थी की सचिन अगले मैच में ही 100वां शतक जड़ देंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ था। सचिन वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ 85 रन बनाकर और फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ 18 रन बनाकर आउट हो गए थे।
इसके बाद सचिन 2011 में इंग्लैंड दौरे पर गए और फैंस के मन में फिर से उनके 100वें शतक की उम्मीद जगी। लेकिन लॉर्ड्स, ट्रेंट ब्रिज और एजबेस्टन में उनके नाकाम रहने से ये इंतजार बढ़ गया। ओवल में सचिन के 91 के स्कोर तक पहुंचने से लोगों में एक बार फिर से उम्मीद जगी। लेकिन वह इसी स्कोर पर टिम ब्रेसनन की गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट हो गए।
इसके बाद उसी साल भारत के दौरे पर आई वेस्टइंडीज टीम के खिलाफ मुंबई टेस्ट में भी सचिन 94 के स्कोर तक पहुंचे लेकिन रवि रामपॉल की गेंद पर डेरेन सैमी के हाथों कैच आउट हो गए और 100वें शतक का इंतजार और बढ़ गया।
इसके बाद जब भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया गई तो सचिन मेलबर्न टेस्ट में 73 और सिडनी टेस्ट में 80 रन बनाकर आउट हो गए और सचिन इस दौरे पर भी कोई शतक नहीं जमा पाए।
आखिरकार खत्म हुआ 100वें शतक का इंतजार
सचिन के 100वें शतक का इंतजार आखिरकार बांग्लादेश के खिलाफ एशिया कप में 16 मार्च 2012 के दिन खेले गए मैच के साथ खत्म हुआ। सचिन ने इस मैच में 147 गेंदों में 114 रन की पारी खेली। इसकी मदद से भारत ने 50 ओवर में 289/5 का स्कोर खड़ा किया, लेकिन तमीम इकबाल (70), जहुरुल इस्लाम (53), नासिर हुसैन (54) के शतकों और शाकिब अल हसन की 40 गेंदों में 49 रन की पारी की मदद से बांग्लादेश ने ये मैच 6 विकेट से जीत लिया।
लेकिन सचिन के 100वें शतक के ऐतिहासिक पल ने भारतीय फैंस को लंबे इंतजार के बाद इस खास उपलब्धि का जश्न मनाने का मौका दे दिया था!