18 मार्च का सचिन और कोहली से खास कनेक्शन, एक का आखिरी वनडे, दूसरे ने ठोक डाले 183 रन

18th March 2012, Sachin and Virat: सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली के करियर में 18 मार्च 2012 के दिन का विशेष महत्व है, जानिए आखिर क्यों जुड़ा है ये दिन दो महान क्रिकेटरों से

By अभिषेक पाण्डेय | Published: March 18, 2020 12:05 PM2020-03-18T12:05:08+5:302020-03-18T12:18:09+5:30

On this day in 2012, Sachin Tendulkar played his last odi, while Virat Kohli scored 183 runs vs Pakistan in Asia cup | 18 मार्च का सचिन और कोहली से खास कनेक्शन, एक का आखिरी वनडे, दूसरे ने ठोक डाले 183 रन

18 मार्च 2012 को सचिन ने खेला था अपना आखिरी वनडे, कोहली ने खेली थी 183 रन की पारी

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Highlightsसचिन तेंदुलकर ने 18 मार्च 2012 को एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ खेला था आखिरी वनडेविराट कोहली ने इस मैच में 148 गेंदों में 183 रन की जोरदार पारी खेलते हुए दिलाई थी भारत को जीत

18 मार्च का दिन भारत के दो महान खिलाड़ियों करियर में एक बेहद महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इसी दिन 8 साल पहले 2012 में सचिन तेंदुलकर ने अपना आखिरी वनडे खेला था, जबकि उसी मैच में विराट कोहली ने 183 रन की करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेलते हुए भारत को एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ 330 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए यादगार जीत दिलाई थी। 

इस मैच को वनडे में सचिन युग के अंत और कोहली युग की शुरुआत के रूप में भी देखा जाता है।

पाकिस्तान ने खड़ा किया था 329 रन का विशाल स्कोर

ढाका में 18 मार्च 2012 को खेले गए एशिया कप के उस मैच में पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला किया। अपने दोनों ओपनरों मोहम्मद हफीज (105) और नासिर जमशेद (112) की दमदार शतकीय पारियों की मदद से पाकिस्तान 50 ओवर में 6 विकेट पर 329 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। 

हफीज और जमशेद ने पहले विकेट के लिए 224 रन की शानदार साझेदारी करते हुए पाकिस्तान को विशाल स्कोर तक पहुंचाया था। वैसे तो लगभग सभी भारतीय गेंदबाज महंगे साबित हुए थे, लेकिन प्रवीण कुमार और अशोक डिंडा ने 2-2 विकेट झटके। 

सचिन ने जड़ा अर्धशतक, कोहली ने खेली 183 रन की जोरदार पारी

330 रन के विशाल लक्ष्य के जवाब में भारत की शुरुआत खराब रही गौतम गंभीर बिना खाता खोले ही आउट हो गए। लेकिन इसके बाद सचिन तेंदुलकर (48 गेंदों में 52) और विराट कोहली (183) ने दूसरे विकेट के लिए 132 रन की साझेदारी करते हुए टीम इंडिया को मुश्किल से उबार लिया। 

सचिन के अर्धशतक बनाकर आउट होने के बाद भी कोहली ने अपनी प्रचंड बल्लेबाजी जारी रखी और केवल 52 गेंदों में फिफ्टी जमाने के बाद महज 97 गेंदों में तूफानी शतक जड़ दिया। 

कोहली ने तीसरे विकेट के लिए रोहित शर्मा (68) के साथ 172 रन जोड़ते हुए भारत को जीत की दहलीज पर पहुंचा दिया। कोहली 148 गेंदों में 22 चौकों और एक छक्के की मदद से 183 रन की जोरदार पारी खेलकर आउट हुए, उस समय भारत जीत से महज 12 रन दूर था और रैना (12) ने धोनी (4) के साथ मिलकर आसानी से भारत को 330 के स्कोर तक पहुंचा दिया और और भारत ने 13 गेंदें बाकी रहते ही आसानी से ये मैच 6 विकेट से जीत लिया। 

क्रिकेट इतिहास के महानतम बल्लेबाजों में शुमार सचिन तेंदुलकर के नाम बल्लेबाजी के लगभग सभी रिकॉर्ड दर्ज हैं और उन्होंने 100 इंटरनेशनल शतक ठोकते हुए टेस्ट में 15 हजार और वनडे में 18 हजार से ज्यादा रन बनाए हैं।

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