Highlightsशेन वॉर्न ने 4 जून 1993 को एशेज टेस्ट के दौरान इंग्लैंड के माइक गैटिंग को किया था 'बॉल ऑफ द सेंचुरी' से आउटशेन वॉर्न टेस्ट इतिहास के दूसरे कामयाब गेंदबाज हैं, ऑस्ट्रेलिया के लिए झटके 708 विकेट
आज ही के दिन 27 साल पहले एक लेग स्पिनर ने एशेज टेस्ट सीरीज में अपनी पहली ही गेंद पर विकेट झटकते हुए इंटरनेशनल क्रिकेट में अपनी प्रतिभा की गूंज पूरी दुनिया को सुना दी थी। ये स्पिनर थे महान ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज शेन वॉर्न, जिन्होंने 4 जून 1993 को एशेज टेस्ट के दौरान ही इंग्लैंड के माइक गैटिंग को जिस लाजवाब गेंद को पर आउट किया, उसे सदी की सर्वश्रेष्ठ गेंद (बॉल ऑफ द सेंचुरी) कहा जाता है।
इसके बाद शुरू हुआ शेन वॉर्न के एक महान स्पिनर बनने का सफर, जो उनके 708 विकेट लेकर क्रिकेट को अलविदा कहने तक बदस्तूर जारी रहा। वह मुरलीधरन (800 विकेट) के बाद टेस्ट इतिहास के दूसरे सबसे कामयाब गेंदबाज हैं।
4 जून 1993 को शेन वॉर्न ने फेंकी थी 'बॉल ऑफ द सेंचुरी'
ओल्ड ट्रैफर्ड में खेले जा रहे एशेज सीरीज के पहले टेस्ट के दूसरे दिन (4 जून, 1993) को 79 टेस्ट खेल चुके इंग्लैंड के प्रसिद्ध बल्लेबाज माइक गैटिंग के खिलाफ वॉर्न ने एशेज और इंग्लैंड के खिलाफ अपनी पहली गेंद फेंकी, गेंद लेग स्टंप के बाहर गिरी, गैटिंग को लगा कि ये गेंद उनकी पहुंच से दूर है और शायद लेग स्टंप के पीछे से ही विकेटकीपर के पास चली जाएगी, इसलिए उन्होंने सामने की तरफ रक्षात्मक शॉट खेलने की कोशिश की, लेकिन ये क्या! गेंद ने जादुई टर्न लिया और गैटिंग के ऑफ स्टंप की गिल्लियां ले उड़ी।
शेन वॉर्न की गेंद को मिले इस टर्न से न केवल गैटिंग, वहां मौजूद दर्शक बल्कि पूरी दुनिया हैरान रह गई और इस गेंद को 'सदी की सर्वश्रेष्ठ गेंद' या बॉल ऑफ सेंचुरी का दर्जा मिला। इसके बाद से कई महान स्पिनरों ने कई बेहतरीन गेंदें फेंकी, लेकिन इनमें से कोई भी वॉर्न की उस गेंद की बराबरी नहीं कर सकी।
शेन वॉर्न ने ऑस्ट्रेलिया के लिए अपने 15 साल लंबे इंटरनेशनल करियर (1992-2007) के दौरान 145 टेस्ट में 708 विकेट, 194 वनडे में 293 विकेट झटके।
देखें Video: शेन वॉर्न की बॉल ऑफ सेंचुरी