15 मार्च 2001 को भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे गौरवशाली दिनों में से एक के रूप में गिना जाता है। सौरव गांगुली की कप्तानी में भारतीय टीम ने वह करिश्मा कर दिखाया था, जिस पर एकबारगी तो यकीन करना मुश्किल हो जाता है।
भारतीय टीम ने आज ही के दिन 2001 में कोलकाता के ऐतिहासिक ईडन गार्डंस मैदान पर फॉलो ऑन खेलने के बाद दमदार वापसी करते हुए ऑस्ट्रेलिया को 171 रन से हरा दिया था।
भारत ने 18 साल पहले रोका था ऑस्ट्रेलिया का विजय रथ
ऑस्ट्रेलियाई टीम इस टेस्ट से पहले स्टीव वॉ की कप्तानी में लगातार 16 टेस्ट मैच जीत चुकी थी। उसने भारत को भी कोलकाता टेस्ट मैच से पहले मुंबई में खेले गए टेस्ट मैच में 10 विकेट से करारी मात दी थी। जब ऐसा लग रहा था कि कंगारुओं का विजय रथ रोक पाना लगभग नामुममिन है, तो गांगुली ऐंड कंपनी ने कुछ ऐसा कर दिया, जिसे हमेशा याद रखा जाएगा।
कोलकाता टेस्ट के पहले तीन दिन पूरी तरह थे ऑस्ट्रेलियाई टीम के नाम
मुंबई टेस्ट जीतकर ऑस्ट्रेलियाई टीम तीन मैचों की सीरीज में 1-0 से आगे थी। कोलकाता में 11 से 15 मार्च तक खेले गए दूसरे टेस्ट में भी ऑस्ट्रेलियाई टीम पहले तीन दिनों तक विजेता की तरह खेली और टीम इंडिया पूरी तरह बैकफुट पर नजर आई।
ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया और ओपनर मैथ्यू हेडेन की 97 रन और कप्तान स्टीव वॉ (110) की शतकीय पारियों की मदद से 445 रन बनाए। भारत के लिए हरभजन सिंह ने रिकी पॉन्टिंग, एडम गिलक्रिस्ट और शेन वॉर्न को लगातार तीन गेंदों पर आउट करते हुए अपनी हैट-ट्रिक ली, जो भारतीय टेस्ट इतिहास की पहली हैट-ट्रिक थी।
लक्ष्मण-द्रविड़ ने शतक जड़ते हुए कराई टीम इंडिया की वापसी
इसके जवाब में वीवीएस लक्ष्मण की 59 रन की पारी के बावजूद टीम इंडिया 171 रन पर ऑल आउट हो गई और उसे 264 रन से पिछड़ते हुए फॉलो ऑन खेलना पड़ा। इसके बाद टीम इंडिया ने लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ की बदौलत जो धमाकेदार वापसी की, वह सच में यादगार थी।
वीवीएस लक्ष्मण ने 281 रन और राहुल द्रविड़ ने 180 रन की नाबाद पारियां खेलीं और पांचवें विकेट के लिए 376 रन की जोरदार साझेदारी करते हुए भारत का स्कोर दूसरी पारी में 657/7 तक पहुंचा दिया। इन दोनों की दमदार बैटिंग का आलम ये था कि भारत ने चौथे दिन कोई विकेट ही नहीं गंवाया था।
मैच के आखिरी दिन जीत के लिए मिले 384 रन के लक्ष्य के जवाब में हरभजन सिंह (76/6) और सचिन तेंदुलकर (31/3) की शानदार गेंदबाजी के आगे ऑस्ट्रेलियाई टीम 212 रन पर सिमट गई और भारत ने ये मैच 171 रन के बड़े अंतर से जीतते हुए ऑस्ट्रेलिया की लगातार 16 टेस्ट जीत का क्रम रोक दिया।