Highlightsजीत के बावजूद अपने अंकों को अधिकतम 55.36 प्रतिशत कर सकता है। पहले टेस्ट में धीमी ओवर गति के लिए जुर्माना लगाया गया है।इंग्लैंड पहले ही डब्ल्यूटीसी फाइनल में जगह बनाने की दौड़ से बाहर हो चुका है।
World Test Championship: न्यूजीलैंड की विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल के लिए क्वालीफाई करने की उम्मीदों को झटका लगा जब इंग्लैंड के खिलाफ मुकाबले के दौरान धीमी ओवर गति के लिए उस पर तीन अंक का जुर्माना लगाया गया जिससे टीम अंक तालिका में पांचवें स्थान पर खिसक गई। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने मंगलवार के यह जानकारी दी। न्यूजीलैंड के अंक काटे जाना भारत के लिए अच्छी खबर है जो अभी 61.11 प्रतिशत अंक के साथ शीर्ष पर चल रहा है। न्यूजीलैंड के अब 47.92 प्रतिशत अंक हैं।
वह इंग्लैंड के खिलाफ बाकी बचे दो मुकाबलों में जीत के बावजूद अपने अंकों को अधिकतम 55.36 प्रतिशत कर सकता है। दक्षिण अफ्रीका (59.26 प्रतिशत अंक), ऑस्ट्रेलिया (57.26 प्रतिशत अंक) और श्रीलंका (50 प्रतिशत अंक) क्रमश: दूसरे, तीसरे और चौथे स्थान पर हैं। आईसीसी ने बयान में कहा, ‘‘अगले साल लार्ड्स में होने वाले आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में जगह बनाने की दौड़ में नया मोड़ आया है क्योंकि न्यूजीलैंड और इंग्लैंड पर क्राइस्टचर्च में दोनों के बीच श्रृंखला के पहले टेस्ट में धीमी ओवर गति के लिए जुर्माना लगाया गया है।’’
बयान के अनुसार, ‘‘दोनों टीम पर मैच फीस का 15 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है और तीन महत्वपूर्ण विश्व टेस्ट चैंपियनशिप प्रतियोगिता अंक काटे गए हैं जिससे मौजूदा चक्र का अंतिम चरण और रोमाचंक हो गया है।’’ हेगले ओवल में आठ विकेट की जीत के बावजूद इंग्लैंड पहले ही डब्ल्यूटीसी फाइनल में जगह बनाने की दौड़ से बाहर हो चुका है।
अंक गंवाना हालांकि न्यूजीलैंड के लिए झटका है जो चौथे से पांचवें स्थान पर खिसक गया है। पहली विश्व टेस्ट चैंपियशिप के विजेता न्यूजीलैंड को अगर जून 2025 में होने वाले फाइनल में जगह बनानी है तो इंग्लैंड के खिलाफ बाकी बचे दोनों टेस्ट जीतने के अलावा कई अन्य नतीजों के भी अपने अनुकूल रहने की उम्मीद करनी होगी।
न्यूजीलैंड और इंग्लैंड दोनों ने खराब हुए समय को ध्यान में रखने के बावजूद निर्धारित समय में तीन ओवर कम फेंके थे और टीम पर प्रत्येक ओवर कम फेंकने के लिए एक अंक का जुर्माना लगाया गया। दोनों कप्तानों - न्यूजीलैंड के टॉम लैथम और इंग्लैंड के बेन स्टोक्स - ने अपराध और प्रस्तावित दंड को स्वीकार कर लिया।
जिससे औपचारिक सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी। मैदानी अंपायर अहसान रजा और रॉड टकर, तीसरे अंपायर एड्रियन होल्डस्टॉक और चौथे अंपायर किम कॉटन ने आरोप लगाए जबकि मैच रैफरी के एमिरेट्स आईसीसी एलीट पैनल के डेविड बून ने जुर्माना लगाया।