चयन बैठकों को लेकर बोले रवि शास्त्री- मीटिंग में वे लोग भी होते थे जिनके वहां होने की उम्मीद नहीं की जा सकती

रवि शास्त्री ने कहा कि आखिरी 3-4 साल में वहां सिलेक्शन मीटिंग में काफी ऐसे लोग होते थे, जिन्हें वहां नहीं होना चाहिए था। यह बीसीसीआई के संविधान के खिलाफ है।

By अनिल शर्मा | Published: April 29, 2023 02:51 PM2023-04-29T14:51:01+5:302023-04-29T15:06:22+5:30

Ravi Shastri bcci selection meetings There were people inside selection meetings who weren't supposed | चयन बैठकों को लेकर बोले रवि शास्त्री- मीटिंग में वे लोग भी होते थे जिनके वहां होने की उम्मीद नहीं की जा सकती

चयन बैठकों को लेकर बोले रवि शास्त्री- मीटिंग में वे लोग भी होते थे जिनके वहां होने की उम्मीद नहीं की जा सकती

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Highlightsरवि शास्त्री ने चयन बैठकों को लेकर अपनी बात रखी है।पूर्व कोच ने कहा कि बैठक में वे लोग भी होते थे जिनके होने की उम्मीद नहीं की जा सकती।

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने कहा है कि चयन बैठकों वैसे लोग भी मौजूद होते थे जिन्हें वहां नहीं होना चाहिए था। रवि शास्त्री के मुताबिक, वह कभी भी किसी चयन बैठक का हिस्सा नहीं होते थे। लेकिन कई बार बैठक में वे लोग भी होते थे जिनके वहां होने की उम्मीद नहीं की जा सकती। गौरतलब है कि ऐसी चर्चाएं होती थीं कि चयन बैठकों में बोर्ड अध्यक्ष सौरव गांगुली भी मौजूद होते थे।

साल 2021 के टी20 वर्ल्ड कप के बाद रवि शास्त्री का कार्यकाल समाप्त हो गया था। उनके कार्यकाल में भारतीय टीम कोई आईसीसी ट्रॉफी तो नहीं जीत सकी लेकिन कई यादगार प्रदर्शन दिए। ऑस्ट्रेलिया में लगातार दो टेस्ट सीरीज जीती और इंग्लैंड व साउथ अफ्रीका में टीम का प्रदर्शन भी सबसे यादगार रहा।

रवि शात्री के कार्यकाल खत्म होने के बाद भारतीय क्रिकेट के लिए कुछ महीने अराजक रहे; जबकि विराट कोहली को वनडे में कप्तान के रूप में हटा दिया गया। एक महीने बाद कोहली ने टेस्ट में नेतृत्व की भूमिका भी छोड़ दी। गौरतलब है कि कोहली के तत्कालीन-बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के साथ मतभेद थे। विराट ने सौरव को सोशल मीडिया पर अनफॉलो कर दिया था। 

अब रवि शास्त्री ने चयन बैठकों को लेकर खुलकर अपनी बात रखी। ESPNCricinfo से बात करते हुए रवि शास्त्री ने कहा कि 'मुझे इस बारे में कोई आइडिया नहीं है कि यह कैसे शुरू होती है और कैसे खत्म होती है। और मीटिंग में कौन-कौन होता है। जो मुझे पता चला उसके आधार पर कह सकता हूं कि आखिरी 3-4 साल में वहां सिलेक्शन मीटिंग में काफी ऐसे लोग होते थे, जिन्हें वहां नहीं होना चाहिए था। यह बीसीसीआई के संविधान के खिलाफ है।'

बीते साल अक्टूबर में गांगुली ने बीसीसीआई अध्यक्ष के रूप में अपनी भूमिका छोड़ दी थी। इसके बाद रोजर बिन्नी को बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया। विराट कोहली ने जब कप्तनी छोड़ी थी तो गांगुली ने कहा था कि वह विराट को कप्तानी छोड़ते नहीं देखना चाहते थे। गांगुली ने विराट को कप्तान बने रहने की अपील का दावा किया था। लेकिन विराट ने कप्तानी छोड़ने के बाद कहा था कि ऐसा उनसे कभी नहीं कहा गया। 

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