IND vs ENG: 1928-29 में 4 शतक लगाकर मैच हारे और 2025 में 5 शतक बनाकर हारे?, दुनिया की पहली टीम भारत

IND vs ENG: लचर प्रदर्शन और ढीली फील्डिंग का पूरा फायदा उठाते हुए बेन डकेट के शानदार शतक की मदद से इंग्लैंड ने 371 रन का लक्ष्य आसानी से हासिल करके पहले टेस्ट के पांचवें दिन भारत को पांच विकेट से हराया।

By सतीश कुमार सिंह | Updated: June 25, 2025 11:24 IST2025-06-25T11:23:15+5:302025-06-25T11:24:04+5:30

IND vs ENG Most individual 100s in losing cause 5 Ind vs Eng Headingley 2025, 4 Aus vs Eng Melbourne 1928/29 | IND vs ENG: 1928-29 में 4 शतक लगाकर मैच हारे और 2025 में 5 शतक बनाकर हारे?, दुनिया की पहली टीम भारत

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Highlightsभारतीय टीम हेडिंग्ले में 5 शतक लगाकर इंग्लैंड के खिलाफ मैच हारी। ऑस्ट्रेलिया की टीम मेलबर्न में इंग्लैंड के खिलाफ 4 शतक बनाकर मैच हार गई थी।5 शतक लगाकर मैच हार गए। इससे पहले 1928-29 में हुआ था।

IND vs ENG: भारतीय क्रिकेट टीम इतिहास बनाने में विश्वास करती है। दुनिया का कोई खिलाड़ी रन बनाने में फेल हो रहा है तो भारतीय गेंदबाज रन बनाना सीखा देते हैं। 5 मैचों की सीरीज में भारत ने एक और कारनामा अपने नाम किया। 5 शतक लगाकर मैच हार गए। इससे पहले 1928-29 में हुआ था। ऑस्ट्रेलिया की टीम मेलबर्न में इंग्लैंड के खिलाफ 4 शतक बनाकर मैच हार गई थी। इस बार भारतीय टीम हेडिंग्ले में 5 शतक लगाकर इंग्लैंड के खिलाफ मैच हारी। भारतीय गेंदबाजों के लचर प्रदर्शन और ढीली फील्डिंग का पूरा फायदा उठाते हुए बेन डकेट के शानदार शतक की मदद से इंग्लैंड ने 371 रन का लक्ष्य आसानी से हासिल करके पहले टेस्ट के पांचवें दिन मंगलवार को भारत को पांच विकेट से हराया।

डकेट ने 170 गेंद में 21 चौकों और एक छक्के की मदद से 149 रन बनाये जबकि जैक क्रॉली ने 65 रन की पारी खेली। दोनों ने पहले विकेट के लिये 188 रन की साझेदारी करके भारत की मैच में वापसी के सारे रास्ते बंद कर दिये थे। इसके बाद जो रूट ने 53 और जैमी स्मिथ ने 44 रन बनाकर टीम को जीत तक पहुंचाया।

पांच मैचों की श्रृंखला में अब इंग्लैंड 1 . 0 से आगे है। भारत की ओर से इस मैच में पांच शतक बने लेकिन इसके बावजूद टीम को पराजय का सामना करना पड़ा। इसके लिये खराब क्षेत्ररक्षण भी जिम्मेदार रहा चूंकि भारतीयों ने कई कैच टपकाये। जसप्रीत बुमराह को दूसरे छोर से गेंदबाजी में सहयोग नहीं मिल पाने से भी भारत की मुश्किलें बढ़ी।

भारतीय गेंदबाजों ने सिर्फ दूसरी पारी में ही 44 चौके और तीन छक्के दे डाले। पहली पारी में 54 चौके और पांच छक्के लगे थे। दो जुलाई से शुरू हो रहे दूसरे टेस्ट में अभी समय है लेकिन गेंदबाजी आक्रमण में बदलाव तय है ताकि मैच में पूरे 20 विकेट लिये जा सकें। आखिरी सत्र में रविंद्र जडेजा ने इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स को शुभमन गिल के हाथों लपकवाया।

उस समय इंग्लैंड को 69 रन की जरूरत थी लिहाजा रूट ने 150 से अधिक टेस्ट के अपने अनुभव का बखूबी इस्तेमाल करके युवा स्मिथ के साथ मेजबान को मंजिल तक पहुंचाया। भारत की ओर से यशस्वी जायसवाल ने चार कैच टपकाये। कप्तान गिल की अनुभवहीनता भी साफ नजर आई जिनके कुछ फैसले और रणनीति सटीक नहीं रही।

एक समय तो ऐसा लग रहा था कि सबसे अनुभवी बल्लेबाज केएल राहुल कप्तानी कर रहे हैं। इस हार के साथ ही पारंपरिक प्रारूप में कोच गौतम गंभीर का रिकॉर्ड और खराब हो गया । गंभीर के कोच रहते भारत अब 11 में से सात टेस्ट हार चुका है । यह आंकड़ा दोहरे अंकों में भी पहुंचने का डर है क्योंकि बुमराह बाकी चार में से दो मैच नहीं खेलेंगे।

शार्दुल ठाकुर ने पूरे मैच में 16 ओवर डाले और दो विकेट चटकाये । रविंद्र जडेजा जिस तरह से लय के लिये जूझते नजर आये , कुलदीप यादव को नहीं खिलाने के फैसले पर टीम प्रबंधन जरूर मलाल कर रहा होगा । प्रसिद्ध कृष्णा ने मैच में पांच विकेट लिये लेकिन जिस तरह से उनकी गेंदों पर चौके पड़े हैं, वह भरोसेमंद गेंदबाज नजर नहीं आते ।

ऐसे में सीम और स्विंग गेंदबाजी के महारथी ईशांत शर्मा और मोहम्मद शमी की कमी खली । बायें हाथ के बल्लेबाज डकेट ने सुबह के सत्र में बुमराह को संभलकर खेला । बुमराह ने 19 ओवर में 57 रन दिये लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली । डकेट और जैक क्रॉली (65) ने पहले विकेट के लिये 188 रन की साझेदारी की ।

लंच के बाद कुछ देर बारिश होने से भारत को फायदा मिला और सुबह नाकाम रहे कृष्णा ने 15 ओवर में 92 रन देकर दो विकेट लिये । उन्होंने क्रॉली को स्लिप में राहुल के हाथों लपकवाया । इसके बाद पहली पारी में शतक लगाने वाले ओली पोप (आठ) को पवेलियन भेजा । दोहरे झटकों के बावजूद डकेट ने आक्रामक बल्लेबाजी जारी रखी ।

सुबह के सत्र में बुमराह ने अच्छी गेंदबाजी की लेकिन दूसरे छोर से सहयोग नहीं मिला । सिराज और ठाकुर पर इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने दबाव बनाये रखा । डकेट को सिराज की गेंद पर जायसवाल से जीवनदान भी मिला । जडेजा को पिच से कोई मदद नहीं मिली और डकेट ने उन्हें कई अच्छे रिवर्स स्वीप लगाये । एक रिवर्स स्वीप पर उन्होंने चौका लगाया तो दूसरी पर एक्स्ट्रा कवर के ऊपर से छक्का जड़ा ।

कुलदीप जैसे फॉर्म में चल रहे स्पिनर को नहीं उतारने का भारत को खामियाजा भुगतना पड़ा । शार्दुल ने डकेट और हैरी ब्रूक (0) को आउट करके भारत को मैच में लौटाने की कोशिश की लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी । डकेट ने कवर में नीतिश रेड्डी को कैच थमाया जबकि ब्रूक ने विकेट के पीछे ऋषभ पंत को कैच दिया ।

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