Highlightsइम्पैक्ट प्लेयर नियम पहली बार IPL-2023 में लागू किया गया थाबीसीसीआई कर रहा है विचारइसकी शुरूआत सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से हो सकती है
Indian Premier League 2025: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में लागू इम्पैक्ट प्लेयर नियम और एक ओवर में दो बाउंसर करने की छूट पर विचार-विमर्श कर रहा है। बोर्ड इस पर जल्द ही कोई फैसला ले सकता है कि इन नियमों को बरकरार रखा जाए या नहीं।
क्रिकबज की एक रिपोर्ट के अनुसार ये नियम विशेष रूप से पुरुषों की ट्वेंटी 20 अंतर-राज्य प्रतियोगिता, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (एसएमएटी) में भी लागू हैं और अगर बीसीसीआई कोई निर्णय लेता है तो इसकी शुरूआत सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से हो सकती है।
पिछले सीज़न में पहले घरेलू क्रिकेट और उसके बाद आईपीएल में दो-बाउंसर नियम लाए गए थे। इससे गेंदबाजों को एक ओवर में दूसरे बाउंसर का उपयोग करने की अनुमति मिल गई। हालांकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक ओवर में केवल एक बाउंसर की अनुमति है। इसी तरह आईपीएल में इम्पैक्ट प्लेयर नियम लाया गया जिस पर मिली जुली प्रतिक्रिया आई। दर्शकों और फ्रेंचाइजी ने इसे सराहा जबकि कई पूर्व क्रिकेटरों ने इसे खेल को नुकसान पहुंचाने वाला कहा। अब बोर्ड वर्तमान में इसके कार्यान्वयन की समीक्षा कर रहा है और संभावित बदलावों पर विचार कर रहा है।
क्या है इम्पैक्ट प्लेयर नियम
इम्पैक्ट प्लेयर नियम पहली बार IPL-2023 में लागू किया गया था। इम्पैक्ट प्लेयर यह नियम मैच के दौरान किसी भी समय रिप्लेसमेंट के तौर पर एक अतिरिक्त खिलाड़ी को बतौर इम्पैक्ट प्लेयर मैदान पर उतारने की अनुमति देता है। यानी कि कप्तान मैच की परिस्थिति के अनुसार किसी भी खिलाड़ी की जगह इम्पैक्ट प्लेयर को मैदान पर भेज सकता है।
कुछ समर्थन में तो कुछ विरोध में
ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन का मानना है कि आईपीएल में इम्पैक्ट प्लेयर के नियम ने खेल को निष्पक्ष बनाया है और इससे रणनीति का महत्व बढ़ा है। वहीं रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ी इसे लेकर चिंता जता चुके हैं। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने स्वीकार किया था कि वह इस नियम के बड़े प्रशंसक नहीं हैं। दूसरी तरफ अश्विन का कहना है कि जब ओस के कारण मैच एकतरफा हो जाते हैं तो बाद में गेंदबाजी करने वाली टीम के पास जवाब में अतिरिक्त विकल्प रहता है।