क्रिकेट टीम में चयन के नाम खिलाड़ी से लिए 10 लाख! कई अधिकारी जांच की रडार पर, आईपीएल के पूर्व खिलाड़ी का भी नाम

क्रिकेट टीम मेंं चयन कराने को लेकर पैसे लेने के मामले में गुड़गांव पुलिस की जांच के रडार पर कई क्रिकेट अधिकारी हैं। स्पोर्ट्स मैनेजमेंट की एक कंपनी के मालिक को गिरफ्तार किया गया है।

By विनीत कुमार | Published: November 8, 2021 12:31 PM2021-11-08T12:31:51+5:302021-11-08T12:32:24+5:30

Cricket team selection scam players claims he gave 10 lakh, Gurgaon police investigation | क्रिकेट टीम में चयन के नाम खिलाड़ी से लिए 10 लाख! कई अधिकारी जांच की रडार पर, आईपीएल के पूर्व खिलाड़ी का भी नाम

क्रिकेट टीम में चयन के नाम स्कैम का मामला (फाइल फोटो)

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Highlightsयूपी के एक क्लब खिलाडी अंशुल राज ने चार महीने पहले कराई थी शिकायत दर्ज।गुड़गांव आधारित सिक्योर कॉरपोरेट मैनेजमेंट के प्रेसिडेंट आशुतोष बोरा पर 10 लाख रुपये ठगी करने का आरोप।गुड़गांव पुलिस इस मामले में बोरा को गिरफ्तार कर चुकी है, कई क्रिकेट अधिकारी जांच की रडार पर।

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के एक खिलाड़ी द्वारा चार महीने पहले 'चयन के लिए कैश' लेने के मामले में गुड़गांव पुलिस ने चार्जशीट दायर कर दिया है। साथ ही दिल्ली से लेकर अरुणाचल प्रदेश, उत्तराखंड और टी20 बिहार क्रिकेट लीग आयोजित कराने वाले कई क्रिकेट अधिकारियों को नोटिस जारी किया गया है।

ये मामला 9 जुलाई को सामने आया जब यूपी के एक क्लब खिलाडी अंशुल राज ने गुड़गांव पुलिस को दी शिकायत में गुड़गांव आधारित सिक्योर कॉरपोरेट मैनेजमेंट के प्रेसिडेंट आशुतोष बोरा पर झांसा देकर 10 लाख रुपये की ठगी आरोप लगाया। आरोपों के अनुसार बोरा ने ये पैसे बीसीसीआई की सीके नायडू टूर्नामेंट के लिए हिमाचल प्रदेश की अंडर-23 टीम में चयन कराने का वादा करते हुए लिया था।
 
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार अब इस मामले के तार तीन राज्यों के क्रिकेट असोसिएशन, एक संदिग्ध मैच फिक्सर, दिल्ली क्रिकेट के चयनकर्ताओं के पूर्व संयोजक, एक पूर्व आईपीएल खिलाड़ी, बंगाल अंडर-19 के एक खिलाड़ी सहित एक खेल प्रबंधन कंपनी से जुड़ते नजर आ रहे हैं।

आशुतोष बोरा के ऑफिस में छापेमारी

गुड़गांव पुलिस ने 5 सितंबर को सोहना रोड स्थित आशुतोष बोरा के ऑफिस में छापेमारी की थी। पुलिस ने कुछ 'कॉन्ट्रैक्ट पेपर' बरामद किए हैं जिसमें कथित तौर पर 18 खिलाड़ियों से डील की बात है। 

पुलिस के अनुसार इसके बाद कुछ फोन पर बातचीत के रिकॉर्ड, व्हाट्सएप चैट, पैसों के लेनदेन, यात्रा की योजनाएं आदि के सबूत के तौर पर इकट्ठा करने के बाद बोरा को गिरफ्तार कर लिया गया। बंगाल के पू्र्व अंडर-19 क्रिकेटर दानिश मिर्जा को भी गिरफ्तार किया गया है।

अखबार ने इस बीच उन लोगों से संपर्क साधने की कोशिश की, जिन लोगों को पुलिस की ओर से नोटिस भेजा गया है। इनमें से एक ने माना है कि उन्हें पैसे एडवांस में मिले थे लेकिन बाद में उन्होंने उसे लौटा दिया। वहीं एक अन्य ने कहा कि उन्होंने बोरा के बारे में कभी नहीं सुना। वहीं, एक अधिकारी ने कहा कि उनका कार्यकाल खत्म हो गया था और वह चयन प्रक्रिया में नहीं थे।

हरियाणा की जेल में बंद है आशुतोष बोरा

दूसरी ओर बोरा और उनकी बहन चित्रा सहित कंपनी की प्रबंध निदेशक को 3 सितंबर को जालसाजी, धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश और आपराधिक धमकी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। वे फिलहाल हरियाणा की भोंडसी जेल में बंद हैं।

पुलिस सूत्रों के अनुसार बोरा से जुड़े बैंक स्टेटमेंट बताते हैं कि कथित तौर पर दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के पूर्व निदेशक/संयोजक संजय भारद्वाज और अरुणाचल क्रिकेट के उपाध्यक्ष नबाम विवेक से जुड़ी एक कंपनी के खाते में पैसे ट्रांसफर किए गए थए।

बहरहाल, भारद्वाज ने यह बताने से इनकार कर दिया कि उन्हें आरोपी से पैसे क्यों मिले, लेकिन उन्होंने दावा किया कि उन्हें खिलाड़ियों के साथ ठगी होने के बारे में कोई जानकारी नहीं है।

वहीं, अरुणाचल क्रिकेट के अधिकारी विवेक ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, 'मैं उसे (बोरा) से कभी नहीं मिला। उनके प्रतिनिधि क्रिकेट अकादमी चलाने के लिए पट्टे पर जमीन चाहते थे। इस संबंध में एडवांस दिया गया था। कोविड के कारण अंतिम समझौता नहीं हो सका। जब बहुत देर हो चुकी, तो मैंने अग्रिम राशि वापस कर दी।'

विवेक ने कहा कि उन्होंने पैसे 'काफी समय पहले' लौटा दिए। उनके खाते में पैसे भेजे जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'व्यक्तिगत खाता नहीं, मेरी फर्म के खाते में पैसे आए थे।'

आईपीएल के पूर्व खिलाड़ी को लेकर भी जांच

यूपी के जालौन जिले के पिपराया गांव के रहने वाले क्रिकेटर अंशुल राज ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में कहा था है कि बोरा ने उन्हें सिक्किम टीम में जगह देने का वादा किया था।

राज का कहना है कि दिल्ली के लिए टी20 खेल चुके और कभी मुंबई इंडियंस का हिस्सा रहे तेज गेंदबाज जावेद खान को सिक्योर कॉरपोरेट मैनेजमेंट की ओर से बौतर उदाहरण पेश किया गया था। राज का कहना है कि उन्हें कंपनी के ऑफिस में खान से मिलवाया गया था। खान ने हालांकि दावा किया है कि बोरा ने उन्हें भी 'धोखा' दिया।

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