Highlightsहिंसाग्रस्त मणिपुर में विद्रोहियों और सुरक्षाबलों के बीच हुई मुठभेड़मुठभेड़ में अब तक 30 से ज्यादा उग्रवादी मारे जा चुके हैंहालात सामान्य करने के लिए सेना और असम राइफल्स भी अब मैदान में हैं
इंफाल: हिंसाग्रस्त मणिपुर में विद्रोहियों और सुरक्षाबलों के बीच हुई मुठभेड़ में अब तक 30 से ज्यादा उग्रवादी मारे जा चुके हैं। ये जानकारी मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह ने दी है। सीएम एन बीरेन सिंह ने बताया कि अब तक राज्य के विभिन्न इलाकों में करीबन 40 आतंकवादी मारे गए है। साथ ही कुछ आतंकियों को सुरक्षाबलों ने गिरफ्तार भी किया है। सीएन एन बीरेन सिंह ने बताया कि ये कार्रवाई आतंकवादी समूहों के खिलाफ जवाबी और रक्षात्मक अभियानों के तहत की गई है।
हिंसाग्रस्त मणिपुर में हालात सामान्य करने के लिए सेना और असम राइफल्स भी अब मैदान में हैं। रविवार सुवह तड़के दो बजे इंफाल घाटी और उसके आसपास के पांच इलाकों में एक साथ हमला किया गया। इन इलाकों में सुरक्षाबलों को मिली कामयाबी के बाद अब बाकी हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में और सख्ती बरती जाएगी।
राज्य सचिवालय में मीडियाकर्मियों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने दावा किया कि हालिया दौर की झड़प प्रतिद्वंद्वी समुदायों के बीच नहीं बल्कि कुकी उग्रवादियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई है। सिंह ने यह भी कहा कि सशस्त्र उग्रवादियों द्वारा एके-47, एम-16 और स्नाइपर राइफल से नागरिकों पर गोलीबारी करने के मामले सामने आए हैं।
सीएम एन बीरेन सिंह ने मणिपुर के लोगों से राज्य में शांति बनाए रखने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि सरकार में विश्वास रखने और सुरक्षा बलों का समर्थन करने की जरूरत है।
सिंह ने कहा, "हमने इतने लंबे समय तक कठिनाइयों का अनुभव किया है और हम राज्य को कभी भी बिखरने नहीं देंगे। आम नागरिकों की हत्याओं और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने तथा घरों में आगजनी में शामिल कई कुकी उग्रवादियों को जाट रेजीमेंट ने पकड़ लिया है।"
बता दें कि हिंसा में अब तक 75 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। हालात सामान्य करने के लिए अर्धसैनिक बलों के अलावा सेना और असम राइफल्स की लगभग 140 टुकड़ियां तैनात करनी पड़ी, जिनमें 10,000 से अधिक कर्मी शामिल हैं।