करुणारत्ने शनिवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कैनबरा में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन पैट कमिंस की एक खतरनाक बाउंसर लगने से घायल होकर जमीन पर गिर पड़े थे, जिसके बाद उन्हें स्ट्रेचर से मैदान से बाहर ले जाना पड़ा था, बाद में इस श्रीलंकाई ओपनर को अस्पताल ले जाया गया, जहां जांच के बाद उन्हें खतरे से बाहर बताया गया है।
दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद कमिंस ने आधिकारिक ब्रॉडकास्टर से कहा, 'किसी को ऐसे गिरते देखना अच्छा अहसास नहीं होता है।' 'अच्छी बात ये थी कि उनके हाथ हिल रहे थे और जब वह बाहर गए तो फिजियो ने कहा कि ठीक लगे।'
कमिंस ने जताई करुणारत्ने को बाउंसर लगने पर चिंता
कमिंस ने कहा, 'मैं उनके ठीक होने की कामना करता हूं और उम्मीद करता हूं कि वह एकदम ठीक हैं। आपको ये देखना कभी अच्छा नहीं लगता है। ये क्रिकेट में होने वाली ऐसी चीज है। फिर चाहे वह आपका साथी खिलाड़ी हो या दूसरी टीम का, आप उम्मीद करते हैं कि वह ठीक हो।'
बाद में श्रीलंकाई कोच चंडिका हथरूसिंघा ने फैंस के लिए अच्छी खबर देते हुए कहा कि करुणारत्ने कभी बेहोश नहीं हुए और अस्पताल में जांच के दौरान भी वह अच्छी स्थिति में थे।
ओपनर दिमुथ करुणारत्ने को श्रीलंकाई पारी के 31वें ओवर की चौथी गेंद पर कमिंस की 142.5 किलोमीटर/घंटे की रफ्तार से फेंकी गई खतरनाक बाउंसर उनके कंधे से टकराते हुए गर्दन से जा लगी और करुणारत्ने जमीन पर गिर पड़े। इस घटना से 2014 में बाउंसर लगने से हुई ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर फिल ह्यूज की मौत की दुखद घटना की याद सबके जेहन में ताजा हो गई।
करुणारत्ने को बाउंसर लगने के बाद न सिर्फ श्रीलंकाई बल्कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी भी चिंतित नजर आए। खासतौर पर 30 वर्षीय पैट कमिंस करुणारत्ने का इलाज कर रहे फिजियो के पास खड़े होकर बेहद निराश दिखे। करुणारत्ने को स्ट्रेचर के जरिए मैदान के बाहर ले जाया गया और फिर उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा।
इस बाउंसर की वजह से 46 के स्कोर पर रिटायर्ड हर्ट हुए करुणारत्ने को जब मैदान से बाहर ले जाया जा रहा था तो मानुका ओवल में मौजूद दर्शकों ने खड़े होकर उनका अभिवादन किया।
इस घटना के बाद श्रीलंकाई टीम बिखर सी गई और उसका स्कोर 90/0 से दिन का 120/3 हो गया। दिन का खेल खत्म होने के समय तक श्रीलंका ऑस्ट्रेलिया के पहली पारी के स्कोर से 411 रन पीछे हैं, जिसने पहली पारी में 5 विकेट पर 534 रन बनाए हैं।