नो बॉल विवाद के बाद ग्राउंड पर जाने के कारण चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान एमएस धोनी की चारो तरफ से आलोचना हो रही है तो कई खिलाड़ी उनके सपोर्ट में खड़े हैं। टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने धोनी के विवाद पर खुलकर अपनी राय रखी है और कहा है कि नियमों का उल्लंघन करने के कारण एक-दो मैचों का प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए था।
क्रिकबज ने सहवाग के हवाले से लिखा, 'अगर उन्होंने यह भारतीय टीम के लिए किया होता तो मैं काफी खुश होता। मैंने उन्हें भारतीय टीम की कप्तानी के दिनों में इतने गुस्से में कभी नहीं देखा। मुझे लगता है कि वह चेन्नई को लेकर कुछ ज्यादा ही भावुक हो रहे हैं।'
आईपीएल के 25वें मैच में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ आखिरी ओवर में अंपायर द्वारा नो बॉल नहीं दिए जाने पर मैदान में आ गए थे। इसके बाद सजा के तौर पर धोनी की 50 प्रतिशत मैच फीस काट ली गई थी।
बता दें कि मैच के आखिरी ओवर में बेन स्टोक्स द्वारा फेंकी गई चौथी गेंद को अंपायर ने पहले नो बॉल दिया था, लेकिन बाद में फैसला बदल लिया। इसके बाद क्रीज पर मौजूद रवींद्र जडेजा और मिशेल सैंटनर ने नाराजगी जताई। इस बीच धोनी काफी गुस्से में दिखे और सीधे ग्राउंड पर आकर अंपायरों से बहस करने लगे।
इस विवाद पर सहवाग ने कहा, 'मुझे लगता है कि जब चेन्नई के दो खिलाड़ी मैदान पर थे तब उन्हें मैदान पर नहीं आना चाहिए था। वह दो खिलाड़ी भी नो बॉल को लेकर उतने ही गुस्से में थे जितने धोनी। इसलिए मुझे लगता है कि उन्हें इसे जाने देना चाहिए था।'
उन्होंने कहा, 'इसके लिए धोनी पर आईपीएल के नियमों के हिसाब से एक-दो मैचों का प्रतिबंध लगना चाहिए ताकि एक उदाहरण दिया जा सके। उन्हें मैदान से बाहर ही रहना चाहिए था।'