एमएस धोनी पिछले डेढ़ दशक से भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े सितारों में से एक रहे हैं। अपनी कप्तानी में दो वर्ल्ड कप जिताने वाले धोनी ने क्रिकेट में अपने बेहतरीन योगदान से अपने गृह राज्य झारखंड और उसकी राजधानी रांची का नाम पूरी दुनिया के क्रिकेट मानचित्र पर रोशन किया है।
अब अपने इस स्टार खिलाड़ी को सम्मान देते हुए झारखंड राज्य क्रिकेट संघ (JSCA) ने रांची स्थित अपने स्टेडियम के एक स्टैंड का नाम धोनी के नाम पर करने का ऐलान किया है।
रांची के जेएससीए स्टेडियम का दक्षिण स्टैंड अब 'एमएस धोनी पविलियन' के रूप में जाना जाएगा और इसके लिए एक पोस्टर पहले ही स्टेडियम में लगा दिया गया है। धोनी को पहले ही राज्य के सर्वोच्च सम्मान झारखंड रत्न और देश के दूसरे तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण से सम्मानित किया जा चुका है।
दिसंबर 2004 में बांग्लादेश के खिलाफ अपना इंटरनेशनल डेब्यू करने वाले धोनी के लिए क्रिकेट का सफर कतई आसान नहीं रहा। लेकिन तमाम रुकावटों को पार करते हुए उन्होंने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से भारतीय क्रिकेट को एक अनोखी विरासत दी।
रांची में जन्मे धोनी आज दुनिया के सबसे कामयाब क्रिकेटरों में शुमार हैं और एक छोटे से शहर से निकलकर वह नेशनल आइकॉन बन गए हैं।
भारत के लिए डेब्यू के बाद धोनी जल्द ही अपने लंबे छक्कों के लिए फैंस के बीच चर्चित हो गए। उन्हें असली शोहरत उनकी कप्तानी में भारत की 2007 टी20 वर्ल्ड कप में जीत से मिली। इसके बाद 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में छक्का जड़ते हुए भारत को खिताबी जिताने के बाद तो वह भारतीय क्रिकेट के हीरो बनकर उभरे। इसके बाद से धोनी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
धोनी ने 2014 में टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया। उन्होंने अपने 90 टेस्ट में 6 शतक और 33 अर्धशतक की मदद से 4876 रन बनाए। धोनी टी20 और वनडे में अब भी खेल रहे हैं और 10 हजार से ज्यादा वनडे रन बना चुके हैं। धोनी की अगली चुनौती 30 मई से इंग्लैंड में शुरू होने वाले वर्ल्ड कप में बेहतरीन प्रदर्शन करना होगी।