वेस्टइंडीज के खिलाफ जारी पांच वनडे मैचों की सीरीज का दूसरा मुकाबला आज विशाखापट्टम में खेला जाएगा। इस जगह से टीम इंडिया के दिग्गज विकेटकीपर-बल्लेबाज और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का खास कनेक्शन है। वैसे भी धोनी के बारे में इन दिनों काफी बातें हो रही हैं।
खासकर, 2019 में वर्ल्ड कप को देखते हुए सभी की नजरें उनके फॉर्म पर है। भारत को अगर एक बार फिर विश्व चैम्पियन बनना है तो जाहिर है धोनी का लय में होना बहुत जरूरी है।
ऐसे में धोनी क्या वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे वनडे से एक बार फिर अपनी पुरानी लय में लौटेंगे या नहीं, ये देखने वाली बात होगी। बहरहाल, हम आपको बताने जा रहे हैं उस मैच की कहानी जब पहली बार दुनिया धोनी के चौकों-छक्कों की बरसात को देखकर हैरान हुई थी। यह मैच पाकिस्तान के खिलाफ 5 अप्रैल, 2005 को विशाखापट्टन में ही पाकिस्तान के खिलाफ खेला गया था।
जब धोनी ने ठोका था करियर का पहला शतक
यह धोनी के करियर का पांचवां मैच था और उन्हें इंटरनेशनल वनडे क्रिकेट में डेब्यू किये हुए पांच महीने हो चुके थे। बात 2005 की है। धोनी को कुछ मौके मिले थे लेकिन वे कुछ खास नहीं कर सके थे। बहरहाल, पाकिस्तान के खिलाफ 6 मैचों की सीरीज के दूसरे मुकाबले में कप्तान सौरव गांगुली ने धोनी को तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा और फिर जो सबने देखा उसकी कल्पना बहुत कम लोगों ने की थी।
भारत ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया लेकिन टीम की शुरुआत खराब रही। सचिन तेंदुलकर (2) चौथे ही ओवर में रन-आउट हो गये। इसके बाद गांगुली ने धोनी को बैटिंग के लिए भेजा। धोनी ने भी निराश नहीं किया। चौके से अपना खाता खोलते हुए धोनी ने पहली बार दुनिया को दिखाया कि वे कितनी विस्फोटक और संयम भरी भी बल्लेबाजी कर सकते हैं। धोनी इस मैच में सहवाग के साथ दूसरे विकेट के लिए 96 रनों की साझेदारी की और फिर चौथे विकेट के लिए भी राहुल द्रविड़ के साथ 149 रन जोड़े।
इस मैच में वो 40वां ओवर भी आया जब धोनी ने शाहिद अफरीदी की गेंद पर दो छक्के समेत एक चौका जड़ा और 18 रन निकाले। उनका विकेट आखिरकार 42वें ओवर में मोहम्मद हफीज ने लिया। हालांकि, तब तक धोनी अपना काम कर चुके थे।
धोनी ने इस मैच में 123 गेंदों की अपनी पारी में 4 छक्के और 15 चौके लगाए। धोनी की इस आतिशी पारी का ही नतीजा रहा कि टीम इंडिया 50 ओवरों में 9 विकेट खोकर 356 रन बना सकी। जवाब में पाकिस्तानी टीम 44.1 ओवर में केवल 298 रनों पर सिमट गई।
पाकिस्तान की ओर से अब्दुल रज्जाक ने सबसे अधिक 88 और मोहम्मद यूसुफ ने 71 रनों की पारी खेली। कमरान अकमल ने 41 रन बनाए। आशीष नेहरा ने इस मैच में चार विकेट झटके जबकि युवराज सिंह को भी तीन सफलता मिली।