मिताली राज को महिला वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में न खिलाए जाने को लेकर जारी विवाद में अब नया मोड़ आ गया है। मिताली राज द्वारा कोच रमेश पवार पर उन्हें अपमानित करने और उनकी उपेक्षा किए जाने और उनके साथ पक्षपात का आरोप लगाए जाने के बाद मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पवार ने बुधवार को बीसीसीआई सीईओ राहुल जोहरी और जनरल मैनेजर (ऑपरेशंस) सबा करीम से मुलाकात की और दौरे को लेकर अपनी रिपोर्ट सौंपी, जिसके गुरुवार को सीओए को सौंपा जाना है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, 'मिताली को इसलिए बाहर (प्लेइंग इलेवन) किया गया क्योंकि टीम विनिंग कॉम्बिनेशन के साथ आगे बढ़ना चाहती थी।' पवार ने बोर्ड को लिखे एक बड़े पत्र में मिताली राज पर कई आरोप लगाए हैं। पवार ने लिखा है, मिताली टीम में अपनी भूमिका समझ नहीं पाईं और उससे तालमेल नहीं बिठा पाईं, अपने खुद के रिकॉर्ड के लिए खेलती रहीं, और टीम मीटिंग में बहुत कम विचार रखे।'
इस रिपोर्ट के मुताबिक पवार ने कहा, 'प्रैक्टिस मैचों में वह (मिताली) तेजी से रन बनाने के लिए जूझ रही थी क्योंकि विकेट धीमी और कम उछाल भरी थी। उनकी तत्परता गायब थी और वह अपनी सीमित योग्यता और फिटनेस की वजह से झुककर अपने शॉट भी नहीं खेल पा रही थीं। उन्हें तर्कपूर्ण ढंग से बात कही गई थी कि वह मिडिल ऑर्डर में खेलेंगी (न्यूजीलैंड के मैच से पहले) और वह इससे सहमत भी थीं।'
पवार ने मिताली राज को बैटिंग क्रम में नीचे खिलाने के अपने फैसले को उचित ठहराते हुए कहा कि तानिया भाटिया और हेमलता पावरप्ले में ज्यादा तेजी से रन बनाए थे, जो जीत के लिए टीम की रणनीति में मददगार था।
पवार का कहना है कि पाकिस्तान के खिलाफ मैच से पहले मिताली ने पूछा कि वह ओपनिंग क्यों नहीं कर रही हैं और उस दौरे के चयनकर्ता ने कहा, 'वह या तो ओपनिंग करेंगी या टीम में नहीं रहेंगी।' पवार ने ये भी आरोप लगाया है कि मिताली ने ओपनिंग न मिलने पर रिटायर होने तक की धमकी दी थी।
पवार ने आगे कहा कि वह मिताली के इस रवैये से हैरान थे और इसीलिए उन्होंने टीम मैनेजर, कप्तान हरमनप्रीत कौर और उपकप्तान स्मृति मंधाना से बात की और उन्हें इस बात पर राजी किया कि अगले मैच में मिताली ओपनिंग करेंगी। पवार ने कहा कि मिताली लगातार धमकी दे रही थीं, 'अगर उन्हें ओपनिंग का मौका नहीं दिया गया तो वह स्वदेश वापस लौट जाएंगी।'
रिपोर्ट के मुताबिक पवार ने कहा कि आयरलैंड के खिलाफ मिताली द्वारा बनाए गए 51 गेंदों में 56 रन इस बात का सबूत हैं कि वह तेजी से रन बनाने में नाकाम रही थीं। पवार ने ये भी लिखा है कि जब एंटीगा में ये विवाद जारी था तो 'टीम मैनेजर (तृप्ति भट्टाचार्य) को नुसीन (एक पूर्व क्रिकेटर) नामक शख्स से धमकी भरा फोन आया जिसमें कहा गया था कि मिताली पूरी रात रो रही थी और (हमें) इसके परिणाम भुगतने होंगे।'
रिपोर्ट के मुताबिक, इस विवाद के बीच अभी रमेश पवार के कार्यकाल को आगे बढ़ाए जाने को लेकर फैसला नहीं हुआ है। रमेश पवार को महिला टी20 वर्ल्ड कप तक के लिए अंतरिम कोच बनाया गया था। जून में तुषार अरोठे के बाद नए कोच के लिए 24 आवेदन आए थे, ऐसे में ये भी सवाल उठ रहा है कि उन आवेदनों का क्या हुआ, सीओए जल्द ही इस पर कोई फैसला ले सकता है।