Mankading Controversy: चार्ली डीन ने 72 बार क्रीज छोड़ी थी, दीप्ति शर्मा ने कहा- कई बार चेतावनी दी थी...

Mankading Controversy: भारतीय ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा के इस तरीके ने एक बार फिर से ‘खेल भावना’ को लेकर बहस शुरू कर दी।

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 26, 2022 07:50 PM2022-09-26T19:50:16+5:302022-09-26T19:51:07+5:30

Mankading Controversy dipti sharma charlie dean left her crease early 72 times non-striker's end | Mankading Controversy: चार्ली डीन ने 72 बार क्रीज छोड़ी थी, दीप्ति शर्मा ने कहा- कई बार चेतावनी दी थी...

इंग्लैंड के खिलाड़ी इससे खुश नहीं थे।

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Highlightsचार्ली डीन तब 47 रन पर खेल रही थी।इंग्लैंड को जीत के लिए 17 रन की दरकार थी। इंग्लैंड के खिलाड़ी इससे खुश नहीं थे।

Mankading Controversy: भारतीय ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा ने तीसरे महिला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में चार्ली डीन को रन आउट करने के फैसले का बचाव करते हुए सोमवर को यहां कहा कि इंग्लैंड टीम की इस बल्लेबाज को आउट करने से पहले कई बार आगाह किया गया था। लगभग 70 से अधिक बार उसने क्रीज छोड़ा था।

दीप्ति ने नॉन स्ट्राइक छोर पर गेंदबाजी करने से पहले आगे निकल गई डीन को रन आउट किया जिससे भारत यह मैच जीतने में सफल रहा। चार्ली डीन तब 47 रन पर खेल रही थी और इंग्लैंड को जीत के लिए 17 रन की दरकार थी। यह रन आउट खेल के नियमों के अनुसार था लेकिन इंग्लैंड के खिलाड़ी इससे खुश नहीं थे।

दीप्ति के इस तरीके ने एक बार फिर से ‘खेल भावना’ को लेकर बहस शुरू कर दी। दीप्ति ने इंग्लैंड से यहां पहुंचने के बाद कहा, ‘‘यह हमारी योजना थी क्योंकि वो बार बार ऐसा कर रही थी हम पहले ही उसे चेतावनी दे चुके थे। हमने नियमों और दिशानिर्देशों के मुताबिक अपना काम किया।’’

रन आउट के इस तरीके को  फिलहाल ‘अनुचित तरीके’ में रखा गया है लेकिन अगले महीने से लागू होने वाले आईसीसी खेल के नियमों में इसे ‘रन आउट’ की श्रेणी में कर दिया जाएगा। दीप्ति ने कहा कि टीम के खिलाड़ियों ने डीन को आउट करने से पहले अंपायर को भी उनके बार-बार क्रीज से बाहर निकलने के बारे में बताया था।

उन्होंने कहा, ‘‘ अंपायर को बोला था हम लोगों ने, फिर भी वह बाहर निकल रही थी। ऐसे में हम लोग कुछ नहीं कर सकते थे।’’ पच्चीस साल की दीप्ति ने कहा कि टीम झूलन गोस्वामी को जीत के साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से विदाई देना चाहती थी। झूलन गोस्वामी का यह आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच था।

उन्होंने कहा, ‘‘ हर टीम को जीतना होता है। उनके आखिरी मैच में हम चाहते थे कि हम जीत के साथ उन्हें विदाई दे। उसके हिसाब से टीम के तौर पर हम जो कर सकते थे वह हमने किया।’’ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 355 विकेट लेने वाली झूलन और दीप्ति घरेलू क्रिकेट में बंगाल का प्रतिनिधित्व करते है। इंग्लैंड के सफल दौरे से यहां पहुंचने पर दोनों का शानदार स्वागत किया गया।

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