Highlightsनागौर में क्रिकेट की सुविधाएं अच्छी नहीं थी, तो कोच के कहने पर लोमरोर के पिता ने उन्हें जयपुर भेज दिया। लोमरोर के साथ उनकी बूढ़ी दादी भी जयपुर शिफ्ट हुई और उन्होंने अपने पोते को पाला। आईपीएल में अभी भी लोमरोर को अपनी पहचान की तलाश है।
लगातार दो मैचों में धमाकेदार जीत के साथ सीजन का आगाज करने वाली राजस्थान को आरसीबी के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। राजस्थान की टीम अब तक खेले गए 4 मुकाबलों में दो जीत के साथ 4 अंक हासिल कर चुकी है। राजस्थान के लिए सबसे बड़ी समस्या मिडल ऑर्डर रही है। रॉबिन उथप्पा का आउट ऑफ फॉर्म रहना टीम की मुश्किलों को लगातार बढ़ा रहा है।
हालांकि, आरसीबी के खिलाफ राजस्थान के लिए अच्छी बात यह रही कि युवा खिलाड़ी महिपाल लोमरोर लय में नजर आए। उन्होंने मिडल ऑर्डर में आकर टीम के लिए अहम रन जोड़े। राजस्थान की टीम मात्र 31 रन बनाकर अपने 3 विकेट गंवा चुकी थी। ऐसी मुश्किल स्थिति में महिपाल लोमरोर ने 39 गेंदों पर 47 रन की जबरदस्त पारी खेली। इस पारी को देखते हुए वह राजस्थान के लिए आने वाले मैचों में भी केलते नजर आ सकते हैं।
बेहतर सुविधा नहीं होने के कारण पिता ने किया खुद से दूर
महिपाल लोमरोर ने इंटरव्यू में बताया था कि उन्हें बचपन से ही क्रिकेट खेलने का क्रेज था। इस बात की जानकारी जब उनके पिता को हुई तो उन्होंने महिपाल लोमरोर को बेहतर खिलाड़ी बनने के लिए खुद से दूर कर दिया। 11 साल की उम्र में ही लोमरोर के पिता ने उन्हें नागौर से जयपुर भेज दिया था। नागौर में क्रिकेट की सुविधाएं अच्छी नहीं थी, तो कोच के कहने पर लोमरोर के पिता ने उन्हें जयपुर भेज दिया।
भारत के लिए खेल चुके हैं अंडर-19 वर्ल्ड कप
लोमरोर के साथ उनकी बूढ़ी दादी भी जयपुर शिफ्ट हुई और उन्होंने अपने पोते को पाला। दादी ने हर कदम पर लोमरोर का साथ दिया। लोमरोर आज राजस्थान क्रिकेट की शान हैं। हालांकि, आईपीएल में अभी भी उन्हें अपनी पहचान की तलाश है। लोमरोर ऋषभ पंत के बेहद करीबी है। दोनों ने बचपन से ही एक साथ काफी क्रिकेट खेला है। बता दें कि ईशान किशन और ऋषभ पंत के साथ लोमरोर ने भी भारत के लिए अंडर-19 वर्ल्ड कप खेला था।