चुन्नी गोस्वामी के निधन पर क्रिकेट और फुटबॉल जगत में शोक, सुनील गावस्कर से सुनील छेत्री तक सभी ने दी श्रद्धांजलि

भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान और बंगाल क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी चुन्नी गोस्वामी का गुरुवार को कोलकाता में 82 साल की उम्र में निधन हो गया।

By भाषा | Published: April 30, 2020 10:16 PM2020-04-30T22:16:01+5:302020-04-30T22:16:01+5:30

Lost one of the leading lights of Indian sport: Tributes pour in for football legend Chuni Goswami | चुन्नी गोस्वामी के निधन पर क्रिकेट और फुटबॉल जगत में शोक, सुनील गावस्कर से सुनील छेत्री तक सभी ने दी श्रद्धांजलि

चुन्नी गोस्वामी महान फुटबॉलर के साथ-साथ एक स्टार क्रिकेटर भी थे। (फोटो सोर्स- बीसीसीआई ट्विटर)

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Highlightsक्रिकेट और फुटबॉल जगत ने भारतीय खेल जगत के महानायक सुबीमल चुन्नी गोस्वामी को श्रद्धांजलि दी।चुन्नी गोस्वामी 1962 में एशियाई खेलों की गोल्ड मेडल जीतने वाली भारतीय टीम के कप्तान थे।इसके अलावा चुन्नी गोस्वामी ने अपनी कप्तानी में बंगाल की टीम को रणजी फाइनल तक पहुंचाया था।

नई दिल्ली/कोलकाता।सुनील गावस्कर से लेकर सुनील छेत्री तक क्रिकेट और फुटबॉल जगत ने भारतीय खेल जगत के महानायक सुबीमल चुन्नी गोस्वामी को श्रद्धांजलि दी, जिनका गुरुवार को कोलकाता में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। भारत के पूर्व और मौजूदा फुटबॉलरों और क्रिकेटरों ने गोस्वामी के निधन पर शोक जताया।

महान क्रिकेटर गावस्कर ने लिखा, ‘‘आज वाकई निराशाजनक दिन है। पहले ऋषि कपूर और अब चुन्नी दा हमें छोड़कर चले गए। दोनों अपने अपने फन के चैम्पियन। इनके स्वर्गवास से दुनिया खाली सी हो गई।’’

भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने ट्वीट किया, ‘‘बीसीसीआई चुन्नी गोस्वामी के निधन पर शोक व्यक्त करता है। वह सही मायने में हरफनमौला थे।’’

भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान बाईचुंग भूटिया और एम विजयन ने भी उन्हें श्रृद्धांजलि दी। विजयन ने कहा, ‘‘भारतीय फुटबॉल के लिए यह बहुत दुखद दिन है। वह भारतीय फुटबॉल के सबसे महान खिलाड़ियों में से एक थे। वह और पीके बनर्जी हमारे खेलने के दिनों में सबसे बड़े खिलाड़ी थे।’’

भूटिया ने उन्हें भारतीय फुटबॉल का पहला सुपरस्टार कहा। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले दो तीन महीने में भारतीय फुटबॉल को काफी नुकसान हुआ है। पहले पी के बनर्जी और अब चुन्नी गोस्वामी। वह भारतीय फुटबॉल के पहले सुपरस्टार थे।’’

मौजूदा भारतीय कप्तान सुनील छेत्री ने लिखा, ‘‘हमने भारतीय खेलों के एक प्रकाशपुंज को खो दिया। दो अलग अलग खेलों में इतनी उपलब्धियां शायद ही किसी की होगी। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।’’

उनके पूर्व साथी खिलाड़ी तुलसीदास बलराम ने कहा, ‘‘मैं स्तब्ध हूं। पहले पी के बनर्ती और अब चुन्नी। हम एक दूसरे का काफी सम्मान करते थे और काफी सुखद यादें हैं। मैं आगे कुछ बोल नहीं सकता।’’

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