भारतीय टीम को देखते हुए सूर्यकुमार यादव को इसमें होना चाहिए था: ब्रायन लारा

By भाषा | Published: November 23, 2020 03:27 PM2020-11-23T15:27:55+5:302020-11-23T15:27:55+5:30

Looking at the Indian team, Suryakumar Yadav should have been in it: Brian Lara | भारतीय टीम को देखते हुए सूर्यकुमार यादव को इसमें होना चाहिए था: ब्रायन लारा

भारतीय टीम को देखते हुए सूर्यकुमार यादव को इसमें होना चाहिए था: ब्रायन लारा

googleNewsNext

मुंबई, 23 नवंबर वेस्टइंडीज के महान क्रिकेटर ब्रायन लारा को लगता है कि सूर्यकुमार यादव की काबिलियत वाले बल्लेबाज को आस्ट्रेलिया का दौरा करने वाली भारत की सफेद गेंद की टीम में शामिल होना चाहिए था।

मुंबई इंडियंस का यह बल्लेबाज इंडियन प्रीमियर लीग में रन जुटाने वाले खिलाड़ियों की सूची में 480 रन से सातवें स्थान पर रहा, जिसमें उनका स्ट्राइक रेट 145 से ज्यादा का था लेकिन इसके बावजूद उन्हें टीम में शामिल नहीं किया गया जो चर्चा का विषय रहा।

लारा ने स्टार स्पोर्ट्स के शो ‘क्रिकेट कनेक्टिड’ में कहा, ‘‘मुझे कोई कारण नहीं दिखता, भारतीय टीम को देखते हुए वह इसका हिस्सा क्यों नहीं हो सकता? ’’

लारा ने कहा कि वह सिर्फ सूर्यकुमार यादव के रनों से ही नहीं हैं बल्कि उन्होंने जिस तरह से रन जुटाये हैं, उससे भी प्रभावित हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘हां, निश्चित रूप से। वह बेहतरीन खिलाड़ी है। मैं सिर्फ खिलाड़ियों को उनके रन बनाने से नहीं देखता बल्कि उनकी तकनीक, दबाव को झेलने की काबिलियत और वे किस स्थान पर बल्लेबाजी कर रहे हैं, इन सभी को देखता हूं तो मेरे लिये सूर्यकुमार यादव ने मुंबई के लिये काफी शानदार काम किया है। ’’

इस 30 वर्षीय खिलाड़ी को टीम में शामिल नहीं करने के लिये जो कारण बताया गया है कि वो लाइन-अप में जगह की कमी बताया गया। लारा ने कहा कि वह तीसरे नंबर के स्थान के लिये फिट बैठता है।

उन्होंने कहा, ‘‘वह रोहित शर्मा और क्विंटन डि कॉक के बाद बल्लेबाजी के लिये आता और हर बार वे दबाव में होते तो वह तीसरे स्थान पर आता। ’’

लारा ने कहा, ‘‘याद रखिये, किसी भी क्रिकेट टीम में सलामी बल्लेबाजों के अलावा तीसरे नंबर का बल्लेबाज सामान्य रूप से आपका सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी होता है, आपका सबसे भरोसेमंद खिलाड़ी और मेरे लिये वह (सूर्या) मुंबई इंडियंस के लिये यह खिलाड़ी रहा है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in app