जब महेंद्र सिंह धोनी को सूझी शरारत, भूत बनकर चौकीदार को डराया

ये वाकया उस वक्त का है, जब धोनी 20-21 साल के थे। युवा थे, खुद हद तक शरारती भी। साल 2001 से 2003 के बीच धोनी ने खड़गपुर रेलवे स्टेशन पर बतौर टीटीई काम किया।

By राजेन्द्र सिंह गुसाईं | Published: March 5, 2019 07:36 AM2019-03-05T07:36:31+5:302019-03-05T07:36:31+5:30

Know about Mahendra Singh Dhoni ghost story | जब महेंद्र सिंह धोनी को सूझी शरारत, भूत बनकर चौकीदार को डराया

जब महेंद्र सिंह धोनी को सूझी शरारत, भूत बनकर चौकीदार को डराया

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क्रिकेट मैदान पर आप महेंद्र सिंह धोनी को बेहद अनुशासित देखते होंगे, लेकिन क्या आपको पता है कि वह बचपन में काफी भी शरारती थे। माही की मस्ती भी ऐसी कि डर के मारे दूसरे के पसीने तक छूट गए।

ये वाकया उस वक्त का है, जब धोनी 20-21 साल के थे। युवा थे, खुद हद तक शरारती भी। साल 2001 से 2003 के बीच धोनी ने खड़गपुर रेलवे स्टेशन पर बतौर टीटीई काम किया। एक दिन धोनी और उनके कुछ दोस्तों ने खुद को सफेद कंबल के ढक लिया और देर रात स्टेशन पर घूमने लगे।

स्टेशन पर उस वक्त एक चौकीदार मौजूद था। सफेद कंबल में जब उसने कुछ आकृतियों को यहां-वहां देखा, तो डर के मारे उसके पसीने छूट गए। चौकीदार को लगा कि वहां भूत घूम रहे हैं। शायद ही उस शख्स को आज तक हकीकत का पता चल सका होगा।

मैदान पर कूल नजर आने वाले धोनी स्टेडियम से बाहर अपने दोस्तों और परिवार के साथ खुलकर मस्ती करते हैं, जिसकी तस्वीरें और वीडियो अक्सर सोशल मीडिया पर छाई रहती हैं।

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