'क्रिकेट की आवाज' कहे जाने वाले किशोर भीमनी का निधन, 80 साल की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा

मशहूर खेल पत्रकार और क्रिकेट कॉमेंटेटर रहे किशोर भिमानी का गुरुवार को कोरोना वायरस की वजह से निधन हो गया है। इस खबर ने खेल प्रशंसकों के दिल को तोड़ने का काम किया है।

By अमित कुमार | Published: October 15, 2020 04:43 PM2020-10-15T16:43:01+5:302020-10-15T16:43:01+5:30

Kishore Bhimani, Veteran Sports Journalist Dies At 81 | 'क्रिकेट की आवाज' कहे जाने वाले किशोर भीमनी का निधन, 80 साल की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा

(फोटो सोर्स- सोशल मीडिया)

googleNewsNext
Highlights2013 में मीडिया और कॉमेंट्री में किए गए कामों के लिए किशोर भिमानी को लाइफ टाइम एचीवमेंट अवार्ड दिया गया था। किशोर भीमनी (जिन्हें क्रिकेट की आवाज कहा जाता था) जैसे हस्ती को खोने के बाद क्रिकेट जगत के कई हस्तियों ने दुख प्रकट किया है। भिमानी पिछले एक महीने से वुडलैंड अस्पताल में कोरोना के इलाज के लिए भर्ती थे।

मशहूर खेल पत्रकार और क्रिकेट कॉमेंटेटर रहे किशोर भिमानी अब हमारे बीच नहीं रहे। किशोर भिमानी कोरोना वायरस की वजह से दुविया को 80 की उम्र में अलविदा कह गए। 15 अक्टूबर  की सुबह उनके निधन की खबर के साथ खेल जगत में शोक की लहर दौड़ गई। 2013 में मीडिया और कॉमेंट्री में किए गए कामों के लिए किशोर भिमानी को लाइफ टाइम एचीवमेंट अवार्ड दिया गया था। 

किशोर भिमानी के पारिवारिक सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी। उनके परिवार में पत्नी रीता और पुत्र गौतम भिमानी हैं जो स्वयं टीवी की मशहूर शख्सियत हैं। पारिवारिक सूत्रों ने कहा कि कुछ दिन पहले उन्हें मस्तिष्काघात हुआ था और उनका उपचार चल रहा था। उनके निधन पर पूर्व क्रिकेटरों, राजनीतिज्ञों और पत्रकार जगत ने शोक व्यक्त किया। पूर्व भारतीय कप्तान बिशन सिंह बेदी ने ट्वीट किया कि किशोर भिमानी को श्रद्वांजलि। वह पुराने जमाने के क्रिकेट लेखक थे जिन्होंने एक खिलाड़ी की तरह क्रिकेट लेखन को लिया। 

किशोर भीमनी (जिन्हें क्रिकेट की आवाज कहा जाता था) जैसे हस्ती को खोने के बाद क्रिकेट जगत के कई हस्तियों ने दुख प्रकट किया है। टीम इंडिया के मौजूदा कोच रवि शास्त्री ने एक बार कहा था कि मैं जानता हूं कि उनके कॉमेंट कितने सटीक होते थे। एक बार उन्होंने मुझे मेरे खराब शॉट के लिए भी फटकारा था। किशोर भिमानी को क्रिकेट का इन्साइक्लोपीडिया कहा जाता था।

बता दें कि भिमानी पिछले एक महीने से वुडलैंड अस्पताल में कोरोना के इलाज के लिए भर्ती थे। 3 दशक के लंबे पत्रकारिता और क्रिकेट कॉमेंट्री के जीवन में उन्होंने कई उपलब्धियां अपने नाम दर्ज की थी। 1986 में भारत ऑस्ट्रेलिया के बीच चेपक पर खेले टाई टेस्ट में आवाज का जादू बिखेरने के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाता रहेगा। 

Open in app