बेंगलूरु, 13 जून। भारत भले ही दिन रात के टेस्ट खेलने को लेकर सहज नहीं हो, लेकिन इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन ने कहा कि क्रिकेट के इस पारंपरिक प्रारूप को बचाने का एकमात्र यही तरीका है।
एमएके पटौदी व्याख्यान में संबोधित करने वाले पहले विदेशी खिलाड़ी पीटरसन ने कहा कि यदि हम चाहते हैं कि क्रिकेटर पांच दिवसीय क्रिकेट खेले तो हमें उन्हें अच्छे पैसे देने होंगे। हम उन्हें कैसे दें। इसके लिए टेस्ट क्रिकेट में बदलाव की जरूरत है। पांचों दिन रोमांच हो।
उन्होंने कहा कि दिन रात के मैचों ने दिखाया है कि कैसे उतार चढाव आ सकते हैं। आईपीएल उस समय नहीं खेला जाता जब उसके धुर प्रशंसक काम पर रहते हैं। टेस्ट क्रिकेट में भी ऐसा ही होना चाहिए। उन्होंने कहा कि टेस्ट क्रिकेट की मार्केटिंग बेहद जरूरी है।
पीटरसन ने कहा कि सीमित ओवरों के क्रिकेट की बजाय सफेद जर्सी में खेलने के दौरान अनमोल यादें बनती हैं। उन्होंने कहा कि हर खिलाड़ी कई वनडे मैच खेलता है, लेकिन जब हम उनकी असाधारण उपलब्धियों की बात करते हैं तो टेस्ट क्रिकेट का प्रदर्शन ही ध्यान में आता है।
केविन पीटरसन ने साउथ अफ्रीका के पूर्व कप्तान हैंसी क्रोनिए को दिग्गजों की श्रेणी में रखते हुए कहा कि मैच फिक्सिंग प्रकरण ने उनकी जिंदगी तहस नहस कर दी और उनकी मौत भी एक अनसुलझी गुत्थी रही, लेकिन वो एक महान खिलाड़ी हैं। पीटरसन ने टेस्ट क्रिकेट की प्रासंगिकता पर जोर देते हुए अपने संबोधन में कहा कि सचिन तेंदुलकर, शेन वार्न, मैल्कम मार्शल, स्टीव वॉ, रिचर्ड हैडली, कपिल देव, महान लेकिन विवादास्पद दिवंगत हैंसी क्रोनिए भी।
क्रोनिए ने 2000 में स्वीकार किया था कि कुछ और खिलाड़ियों के साथ मिलकर उन्होंने मैच फिक्स करने के लिए पैसा लिया था। दो साल बाद उनकी विमान दुर्घटना में मौत हो गई, लेकिन आज तक अटकलें लगाई जाती है कि साउथ अफ्रीका में सटोरियों के गिरोह ने उनकी हत्या कराई है ताकि आगे वह कोई और खुलासा नहीं कर सकें।