कर्नाटक प्रीमियर लीग फिक्सिंग: क्राइम ब्रांच ने बेल्लारी टीम के कैप्टन सीएम गौतम को किया अरेस्ट

सीसीबी ने इससे पहले पैंथर्स के मालिक अली अश्फाक को अक्टूबर के पहले सप्ताह में गिरफ्तार किया था। बाद में पुलिस ने सट्टेबाज बाफना को गिरफ्तार किया जबकि एक अन्य सट्टेबाज सय्याम फरार है।

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 7, 2019 09:22 AM2019-11-07T09:22:56+5:302019-11-07T11:53:31+5:30

Karnataka Premier League match-fixing case: Central Crime Branch arrests two Bellary team players - Abrar Kazi and captain CM Gautam. | कर्नाटक प्रीमियर लीग फिक्सिंग: क्राइम ब्रांच ने बेल्लारी टीम के कैप्टन सीएम गौतम को किया अरेस्ट

कर्नाटक प्रीमियर लीग फिक्सिंग: क्राइम ब्रांच ने बेल्लारी टीम के कैप्टन सीएम गौतम को किया अरेस्ट

googleNewsNext
Highlightsक्राइम ब्रांच ने केपीएल की एक टीम के गेंदबाजी कोच और बल्लेबाज को सट्टेबाजों के साथ मिलकर मैच फिक्सिंग के आरोप में गिरफ्तार किया। केपीएल फ्रेंचाइजी ब्रेंगलुरु ब्लास्टर्स के गेंदबाजी कोच विनू प्रसाद और बल्लेबाज विश्वनाथ को मैच फिक्सिंग के आरोप में 26 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था।

कर्नाटक प्रीमियर लीग फिक्सिंग मामले में दो और घरेलू क्रिकेटरों को गिरफ्तार किया गया है जिससे गिरफ्तार व्यक्तियों की संख्या बढकर छह हो गई । बेल्लारी टस्कर्स के कप्तान और कर्नाटक के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज सी एम गौतम और उनके साथी खिलाड़ी अबरार काजी को अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया । 

अतिरिक्त आयुक्त संदीप पाटिल ने प्रेस ट्रस्ट से कहा ,‘‘ हमने केपीएल फिक्सिंग मामले में दो और व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है ।’’ पुलिस ने बताया कि दोनों हुबली बनाम बेल्लारी फाइनल मैच में फिक्सिंग में लिप्त पाये गए थे । एक अधिकारी ने कहा ,‘‘ उन्हें धीमी बल्लेबाजी के लिये 20 लाख रूपये दिये गए थे । उन्होंने बेंगलुरू टीम के खिलाफ एक और मैच फिक्स किया था ।’’ 

गौतम इस सत्र में गोवा टीम में और काजी मिजोरम रणजी टीम में शामिल थे । कर्नाटक और गोवा के लिये रणजी ट्राफी खेलने के अलावा गौतम ने आरसीबी, मुंबई इंडियंस और दिल्ली डेयरडेविल्स के लिये आईपीएल भी खेला। दोनों शुक्रवार से शुरू हो रही सैयद मुश्ताक अली ट्राफी टूर्नामेंट के लिये अपने अपने प्रदेश की टीम का हिस्सा हैं। 

केपीएल में फिक्सिंग के आरोप में गेंदबाजी कोच और बल्लेबाज गिरफ्तार

इससे पहले केपीएल फ्रेंचाइजी ब्रेंगलुरु ब्लास्टर्स के गेंदबाजी कोच विनू प्रसाद और बल्लेबाज विश्वनाथ को मैच फिक्सिंग के आरोप में 26 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था। कोच पर आरोप है कि उसने सट्टेबाजों के साथ मिलकर बेंगलुरु ब्लास्टर्स और बेलागवि पैंथर्स के बीच खेले गये मैच को कथित रूप से फिक्स किया था। 

इससे पहले सितंबर महीने में कर्नाटक प्रीमियर लीग (केपीएल) की टीम बेलागावी पैंथर्स के मालिक अली असफाक ठारा को इस लीग में कथित सट्टेबाजी के आरोपों में बेंगलुरु पुलिस की सेंट्रल क्राइम ब्रांच (सीसीबी) यूनिट ने गिरफ्तार किया है। ये कदम पिछले महीने खत्म हुए केपीएल सीजन में कथित सट्टेबाजी रैकेट की जांच के बाद उठाया गया है।   

2017 में बेलागावी पैंथर्स फ्रेंचाइजी को खरीदने वाले एक ट्रैवल और टूर बिजनेस मैच अली असफाक ठारा को कई दिनों की पूछताछ के बाद सीसीबी द्वारा गिरफ्तार किया गया है। 

अली के साथ ही, केपीएल से जुड़े कई अन्य लोगों-जिनमें खिलाड़ियों और एक से अधिक टीमों के कोचिंग कोचिंग शामिल हैं-से भी पूछताछ की गई। 

अली पर केपीएल मैचों में सट्टेबाजी का आरोप 

पुलिस के जॉइंट कमिश्नर (क्राइम) संदीप पाटिल ने कहा है, 'सीसीबी ने केपीएल में सट्टेबाजी के घोटाले का खुलासा किया है। अली मैचों पर सट्टे लगा रहा था। वह एक बुकी के जरिए सट्टे लगा रहा था, जो कथित रूप से दुबई में हैं। उसे सट्टेबाजी के लिए गिरफ्तार किया गया है।' 

युवा खिलाड़ियों को अपने जाल में ऐसे फंसाता था अली

द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक एक पुलिस अधिकारी ने कहा, 'थारा कथित तौर पर दुबई और मुंबई के बुकीज के संपर्क में था। वह खिलाड़ियों और बुकीज के बीच एक लिंक का काम करता था और उभरते हुए खिलाड़ियों को पार्टियों और कैश जैसे प्रलोभनों से आकर्षित करता था।' उन्होंने कहा कि वह खिलाड़ियों को एक निश्चित तरीके से खेलने को कहता था और उसकी के अनुसार सट्टा लगाता था। 

एक उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा, 'थारा के पास किसी गेंदबाज की गेंद-दर-गेंद जानकारी होती थी, ये सट्टा करोड़ों रुपये का होता था।'

पुलिस सूत्रों के अनुसार जांच में सामने आया है कि केपीएल के कम से कम 12 खिलाड़ी सट्टेबाजी के लिए अली के संपर्क में थे। उन्होंने कहा कि केपीएल में सट्टेबाजी और मैच फिक्सिंग की जांच सीसीबी द्वारा बीसीसीआई की एंटी-करप्शन यूनिट (एसीयू) द्वारा तमिलनाडु प्रीमियर लीग (टीएनपीएल) में सट्टेबाजी और मैच फिक्सिंग के आरोपों के तुरंत बाद उपलब्ध कराए गए इनपुट्स के आधार पर शुरू की गई। 

अली पर दुबई के बुकी के साथ काम करने का आरोप

पुलिस ने दावा कि या वह दुबई स्थित उस बुकी की तलाश में थे, जिसके साथ बेलागावी पैंथर्स के मालिक ने केपीएल के मैचों के दौरान कुछ हिस्सों को फिक्स करने के लिए सहभागिता की। अली, जिसके बिजनेस का प्रसार दुबई में है, ने बेलागावी पैंथर्स को खरीदने के बाद टीम की किस्मत पलट दी है। 

इस फ्रेंचाइजी के पास मनीष पांडेय के रूप में इंटरनेशनल स्टार खिलाड़ी है, जिसने 2017 में केपीएल का खिताब जीता था।  

अली श्रीलंका में भी कर चुका है टूर्नामेंट का आयोजन

अली श्रीलंका में भी टी20 क्रिकेट को बढ़ावा देने में शामिल रहा है, जहां उसने कुछ साल पहले एक इंटर-ऐकेडमी टूर्नामेंट का आयोजन किया था। केपीएल के दौरान मैचों को फिक्स करने के आरोप लगे थे, जिसमें वॉट्सऐप पर साइनिंग अप करने वालो लोगों को बुकी ऑनलाइन एक मैच में 'फिक्स्ड' इवेंट्स की जानकारी दे रहे थे, जिसमें मैच की शुरुआत में ही फाइनल परिणाम बताना भी शामिल था।   

बीसीसीआई की एंटी-करप्शन यूनिट ने इस सीजन में विभिन्न राज्य संघों द्वारा आयोजित की जाने वाली टी20 लीगों की निगारानी शुरू की है। इस दौरान जांच के लिए कई मामले सामने आए, जिनमें से कुछ व्यक्तियों के खिलाफ बीसीसीआई ने शिकायतें भी दर्ज की हैं।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, एंटी करप्शन यूनिट (एसीयू) प्रमुख अजीत सिंह ने कहा, भारतीय महिला टीम, टीनपीएल, केपीएल, मुंबई के खिलाड़ियों ने हमें उनसे संपर्क किए जाने की सूचना दी। ये अवांछित तत्व एक प्लेटफॉर्म चाहते हैं और खिलाड़ियों को अप्रोच करते रहते हैं। जिस भारतीय महिला खिलाड़ी से संपर्क किया गया था, वह खेल भी नहीं रही है, वह रिहैब की प्रक्रिया में शामिल है। ये लोग लगातार संपर्क करते हैं।'   

उन्होंने कहा, इस साल संपर्क किए जाने के मामले हमारे पास ज्यादा इसलिए आए क्योंकि हमने राज्य संघों द्वारा इन टी20 लीगों की निगरानी की अतिरिक्त जिम्मेदारी भी ली है। 

Open in app