Highlightsनागरकोटी को इंडियन टी20 लीग की फ्रेंचाइजी टीम कोलकाता ने 3.2 करोड़ देकर टीम में शामिल किया था। चोट के कारण कमलेश नागरकोटी लगातार दो सीजन तक बाहर बैठे रहे। इसके बावजूद भी टीम ने उन पर भरोसा रखा और वह दो साल बाद आईपीएल में खेलने में सफल रहे।
आईपीएल में खेलने का सपना लिए लगभग दो साल के इंतजार के बाद कमलेश नागरकोटी को शनिवार को डेब्यू करने का मौका मिला। साल 2018 में कोलकाता नाइट राइडर्स से जुड़ने के बाद अपना पहला मुकाबला खेलने के लिए कमलेश को दो साल का इंतजार करना पड़ा। भारत के विश्व कप जीतने के बाद चर्चा में आए नागरकोटी को इंडियन टी20 लीग की फ्रेंचाइजी टीम कोलकाता ने 3.2 करोड़ देकर टीम में शामिल किया था।
हालांकि, चोट के कारण कमलेश नागरकोटी लगातार दो सीजन तक बाहर बैठे रहे। इसके बावजूद भी टीम ने उन पर भरोसा रखा और वह दो साल बाद आईपीएल में खेलने में सफल रहे। भले ही अपने पहले मुकाबले में उन्हें कोई सफलता हासिल नहीं हुई हो, लेकिन अपनी गेंदबाजी से उन्होंने सबको खासा प्रभावित किया। कप्तान दिनेश कार्तिक ने सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ कमलेश नागरकोटी को अपना दमखम दिखाने का पूरा मौका दिया।
आईपीएल में दोस्तों को खेलता देख रोते थे नागरकोटि
इंटरव्यू के दौरान नागरकोटि ने बताया था कि एक वक्त ऐसा था जब आईपीएल में अपने दोस्तों को खेलते हुए देख वह रोते थे लेकिन टीम इंडिया के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ ने उन्हें हिम्मत दी और आज वो खुद आईपीएल में खेल रहे हैं। इंडिया ए और अंडर 19 टीम के कोच पूर्व दिग्गज राहुल द्रविड़ ने नागरकोटी से मिलकर उनके इस मुश्किल समय में अहम सलाह दी थी।
राहुल द्रविड़ ने मुश्किल समय में दिया था साथ
कमलेश नागरकोटी राहुल द्रविड़ की देखरेख में फिट हुए। उनका इलाज द्रविड़ की देखरेख में ही हुआ। कमलेश नागरकोटी ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि राहुल द्रविड़ ने उन्हें कहा था कि एक या दो आईपीएल सीजन नहीं खेलना कोई बड़ी बात नहीं क्योंकि आपको टीम इंडिया के लिए खेलना है। राहुल द्रविड़ की इस बात ने कमलेश नागरकोटी के अंदर एक नया जोश भरा और इसके बाद इस तेज गेंदबाज ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।