एमएस धोनी का सीमित ओवर फॉर्मेट में भविष्य भारत के वर्ल्ड कप 2019 के बाहर होने के बादसे ही क्रिकेट जगत में चर्चा का विषय बन गया है।
धोनी के संन्यास को लेकर जारी अटकलों के बीच पूर्व ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने कहा है कि संन्यास का फैसला फैसला पूरी तरह से पूर्व कप्तान पर छोड़ दिया जाना चाहिए।
हालांकि सहवाग का कहना है कि अब जबकि वेस्टइंडीज दौरे के लिए भारतीय टीम का चयन होना है तो चयनकर्ताओं को एमएस धोनी को उनके भविष्य के बारे में सूचित कर देना चाहिए।
सहवाग ने कहा, धोनी को खुद करने दें संन्यास पर फैसला
सहवाग ने एक चैनल के पैनल चर्चा के दौरान कहा, 'ये फैसला धोनी पर छोड़ देना चाहिए कि वह संन्यास का फैसला कब करते हैं।'
सहवाग ने कहा, 'चयनकर्ताओं का कर्तव्य ये है कि वे धोनी के पास जाएं और उन्हें सूचित करें कि अब वह भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में पहली पसंद नहीं हैं।'
आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 में अपने रवैये की वजह से धोनी की कई बार आलोचना हुई थी, जिनमें क्रिकेट लेजेंड सचिन तेंदुलकर भी शामिल थे। हालांकि 2011 वर्ल्ड कप विजेता कप्तान को विराट कोहली का समर्थन मिला था। धोनी ने वर्ल्ड कप 2019 के सभी मैचों में हिस्सा लिया और दो अर्धशतकों और 87 के स्ट्राइक रेट से 9 मैचों में 273 रन बनाए।
सेमीफाइनल में भारत के शुरुआती विकेट जल्दी गिरने के बावजूद धोनी को बैटिंग के लिए नंबर 7 पर भेजा गया, जिसकी कई पूर्व क्रिकेटरों ने आलोचना की और इसे एक बड़ी गलती कहा। धोनी ने हालांकि सेमीफाइनल में धोनी ने अर्धशतकीय पारी खेलते हुए रवींद्र जडेजा के साथ सातवें विकेट के लिए 100 रन की साझेदारी की थी।
38 वर्षीय धोनी ने अपने 350 वनडे में अब तक 50.57 के औसत से 10773 रन बनाए हैं और उनका उच्चतम स्कोर 183 रन रहा है। एमएस धोनी ने दिसंबर 2014 में टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था।