Highlightsचेन्नई को अंतिम चार ओवर में 17 के रन रेट से स्कोर करने थे। धोनी क्रीज पर थे तो उम्मीदें भी बनी हुई थी।धोनी इस तरह का कारनामा पहले भी कई बार कर चुके थे।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी राजस्थान के खिलाफ बल्लेबाजी करने उतरे तो फैंस को उम्मीद थी कि वह एक बार फिर टीम की नैया को पार लगाएंगे। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया और चेन्नई को इस सीजन पहली हार का सामना करना पड़ा। धोनी मैच के दौरान काफी नीचे बल्लेबाजी करने आए, जिस वजह से रन रेट तेजी से आगे बढ़ गया।
चेन्नई को अंतिम चार ओवर में 17 के रन रेट से स्कोर करने थे। धोनी क्रीज पर थे तो उम्मीदें भी बनी हुई थी। धोनी इस तरह का कारनामा पहले भी कई बार कर चुके थे। लेकिन इस बार धोनी फैंस की उम्मीदों पर खड़े नहीं उतर पाए। धोनी ने अंतिम ओवर में जरूर तीन लगातार छक्के लगाए, लेकिन तब तक काफी दे हो चुकी थी। कई एक्सपर्ट का मानना था कि धोनी को और ऊपर बल्लेबाजी के लिए आना चाहिए था।
धोनी के पास खुद को फिर से फिनिशर साबित करने की चुनौती
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि धोनी बतौर कप्तान इस तरह की गलती कर बैठे हो। कई अहम मौकों पर वह अपने आपको प्रमोट नहीं कर टीम को मुश्किलों में फंसाने का काम कर चुके हैं। हालांकि, धोनी के ऐसा करने के पीछे युवाओं को अधिक मौके देने जाने की बात कही जाती रही है। धोनी जोफ्रा ऑर्चर के खिलाफ संघर्ष करते दिखे। माही के फॉर्म को देखकर इस बात की आशंका भी लगाई जा रही है कि वह अलगा आईपीएल खेल पाएंगे या नहीं।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीबाई) के पूर्व अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने कहा था कि धोनी चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) के लिए खेलना जारी रखेंगे। श्रीनिवासन के मुताबिक सीएसके अब वैश्विक ब्रांड है। लोग इस बात को लेकर खुश होंगे कि वह उनके कौशल को मैदान पर देख सकेंगे। श्रीनिवासन इंडिया सीमेंट्स के प्रमुख हैं, जिनके पास 2008 से 2014 तक सीएसके का स्वामित्व था। जब उनसे पूछा गया कि धोनी कब तब खेलेंगे तो उन्होंने कहा कि मैं चाहूंगा कि वह हमेशा खेलें।