UAE में आईपीएल के लिए सरकार से मंजूरी मिली, VIVO के विकल्प पर फैसला 18 अगस्त तक

अधिकांश टीमें 20 अगस्त के बाद दुबई के लिए रवाना होंगी। उन्हें रवानगी से पहले 24 घंटे के भीतर दो आरटी पीसीआर टेस्ट कराने होंगे...

By भाषा | Published: August 11, 2020 08:36 AM2020-08-11T08:36:42+5:302020-08-11T08:36:42+5:30

IPL 2020: We have got government approval for IPL in UAE, says League Chairman Brijesh Patel | UAE में आईपीएल के लिए सरकार से मंजूरी मिली, VIVO के विकल्प पर फैसला 18 अगस्त तक

UAE में आईपीएल के लिए सरकार से मंजूरी मिली, VIVO के विकल्प पर फैसला 18 अगस्त तक

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भारतीय क्रिकेट बोर्ड को इस साल इंडियन प्रीमियर लीग का आयोजन संयुक्त अरब अमीरात में कराने के लिये केंद्र सरकार से औपचारिक मंजूरी मिल गई है। लीग के चेयरमैन बृजेश पटेल ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि टूर्नामेंट के नये टाइटल प्रायोजक की घोषणा 18 अगस्त तक हो जायेगी। इच्छुक कंपनियों को बोली जमा करने के लिये सात दिन का समय दिया जायेगा। 

आईपीएल संयुक्त अरब अमीरात में 19 सितंबर से 10 नवंबर के बीच शारजाह, दुबई और अबुधाबी में खेला जायेगा। सरकार ने पिछले सप्ताह बीसीसीआई को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी थी। भारत में कोरोना वायरस महामारी के बढते मामलों के कारण यूएई में टूर्नामेंट कराया जा रहा है। 

पटेल ने कहा, ‘‘हमें लिखित मंजूरी मिल गई है।’’ उनसे पूछा गया था कि क्या गृह और विदेश मंत्रालय दोनों ने लिखित में मंजूरी दे दी है।" भारत का कोई भी खेल संगठन जब घरेलू टूर्नामेंट विदेश में कराता है तो गृह, विदेश और खेल मंत्रालय से मंजूरी लेनी होती है। 

बोर्ड के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा, ‘‘सरकार से मंजूरी मिलने के बाद हमने एमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड का बता दिया था। अब हमें लिखित मंजूरी भी मिल गई है तो टीमों को सूचित किया जायेगा।’’ 

चेन्नई सुपर किंग्स टीम 22 अगस्त को रवाना होगी जिसका चेपॉक स्टेडियम पर एक छोटा शिविर लगाया जायेगा। चीनी मोबाइल कंपनी वीवो से करार टूटने के बाद बीसीसीआई को प्रायोजन तलाशने में भी दिक्कत हो रही है। यह 440 करोड़ रुपये का करार था जो भारत और चीन के सैनिकों के बीच सीमा पर हुई हिंसक झड़प के कारण चीनी उत्पादों और कंपनियों के बहिष्कार की मांग के बीच इस साल के लिये रद्द कर दिया गया है।

बाबा रामदेव की पतंजलि ने नया टाइटल प्रायोजक बनने में रुचि दिखाई है। पटेल ने कहा, ‘‘वीवो का अलग होना कोई झटका नहीं है। कई कंपनियां पहले ही रुचि जता चुकी है। चाहे भारतीय कंपनी हो या विदेशी, जो सबसे ज्यादा बोली लगायेगी उसे ही अधिकार मिलेंगे। पूरी प्रक्रिया 18 अगस्त तक पूरी हो जायेगी।

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