IPL के दौरान खिलाड़ियों का हर 5वें दिन होगा कोरोना टेस्ट, जानिए क्या हैं गाइडलाइन

आईपीएल सीजन-13 की शुरुआत यूएई में 19 सितंबर से होने जा रही है। कोरोना के मद्देनजर खिलाड़ियों का विशेष ख्याल रखा जाएगा...

By राजेन्द्र सिंह गुसाईं | Published: August 4, 2020 05:37 PM2020-08-04T17:37:57+5:302020-08-04T17:38:26+5:30

IPL 2020: players to Be Tested 5 Times for Coronavirus | IPL के दौरान खिलाड़ियों का हर 5वें दिन होगा कोरोना टेस्ट, जानिए क्या हैं गाइडलाइन

IPL के दौरान खिलाड़ियों का हर 5वें दिन होगा कोरोना टेस्ट, जानिए क्या हैं गाइडलाइन

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इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में भाग लेने वाले खिलाड़ियों और सहयोगी सदस्यों को यूएई में अभ्यास शुरू करने से पहले कोविड-19 की जांच में पांच बार निगेटिव आना होगा और टूर्नामेंट शुरू होने के बाद उन्हें हर पांचवें दिन कोरोना वायरस जांच करानी होगी।

बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा कि सभी भारतीय खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ को भारत में अपनी संबंधित टीमों से जुड़ने के एक सप्ताह पहले 24 घंटे के अंतराल में दो बार कोविड-19 आरटी-पीसीआर परीक्षण कराना होगा। इसके बाद खिलाड़ी (भारत में ही) 14 दिन तक पृथकवास पर रहेंगे। जांच में किसी व्यक्ति का नतीजा अगर पॉजिटिव आता है तो वह 14 दिनों तक पृथकवास में रहेगा।

19 सितंबर से शुरू होने वाली आईपीएल के लिए यूएई रवाना होने के लिए उसके पृथकवास अवधि खत्म होने के बाद 24 घंटे के अंतराल में दो बार कोविड-19 आरटी-पीसीआर जांच में निगेटिव आना होगा। अधिकारी ने बताया, ‘‘यूएई पहुंचने के बाद खिलाड़ियों और सहायक कर्मचारियों को एक सप्ताह तक पृथकवास में रहने के दौरान तीन बार कोविड-19 जांच करानी होगी। तीनों बार निगेटिव आने के बाद वह जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में प्रवेश कर के अभ्यास शुरू कर सकते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इस मामले में टीमों से प्रतिक्रिया मिलने के आधार पर इस प्रोटोकॉल में मामूली बदलाव किए जा सकते हैं लेकिन खिलाड़ियों और टीम अधिकारियों की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा।’’

यूएई में पहले सप्ताह के प्रवास के दौरान टीमों के खिलाडियों और अधिकारियों को होटल में एक दूसरे से मिलने की अनुमति नहीं होगी। जांच में तीन बार निगेटिव आने के बाद ही उन्हें टूर्नामेंट के जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में जाकर अभ्यास करने की अनुमति होगी। विदेशी खिलाड़ियों के सीधे यूएई पहुंचने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘सभी विदेशी खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ को भी यूएई के लिए उड़ान भरने से पहले कोविड-19 आरटी-पीसीआर जांच करानी होगी। वे तभी उड़ान भर सकते है जब उनका नतीजा निगेटिव होगा। अगर ऐसा नहीं हुआ तो उन्हें 14 दिन पृथकवास में रहना होगा और दो बार कोरोना वायरस की जांच में निगेटिव आना होगा।’’

यूएई में खिलाड़ियों और सहायक कर्मचारियों की पृथकवास के दौरान पहले, तीसरे और छठे दिन जांच की जायेगी । इसमें निगेटिव रहने के बाद 53 दिनों तक चलने वाले टूर्नामेंट में हर पांचवें दिन उनकी जांच होगी। बीसीसीआई परीक्षण प्रोटोकॉल के अलाव टीमों खुद से यूएई सरकार द्वारा लागू नियमों के तहत अतिरिक्त परीक्षण करवा सकती है। टीमों से कहा गया है कि वे 20 अगस्त से पहले उड़ान ना भरे जिससे उन्हें जरूरत पड़ने पर आवश्यक परीक्षण प्रोटोकॉल और पृथकवास अभ्यास को अंजाम देने में परेशानी ना हो।

बीसीसीआई ने खिलाड़ियों के परिवार और सहयोगियों को साथ रखने का फैसला टीमों पर छोड़ दिया है । इसके लिए उन्हें भी सख्त जैव-सुरक्षित प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। परिवार को जैव-सुरक्षित माहौल से बाहर किसी से मिलने की अनुमति नहीं होगी। दूसरे खिलाड़ियों के परिवारों से मुलाकात के दौरान उन्हें समाजिक दूरी का ख्याल रखना होगा। उन्हें हमेशा मास्क लगाये रखना होगा।

अधिकारी ने बताया, ‘‘परिवारों को खिलाड़ियों और मैच अधिकारियों के क्षेत्र के अलावा मैच या अभ्यास के दौरान मैदान में आने की अनुमति नहीं होगी। जो कोई भी जैव-सुरक्षित प्रोटोकॉल का उल्लंघन करेगा, उसे सात दिनों के लिए खुद को पृथकवास में रखना होगा। जैव-सुरक्षित महौल में वापस आने के लिए उन्हें छठे और सातवें दिन कोविड-19 की जांच में निगेटिव आना होगा।

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