IPL Final: छोटे लक्ष्य का पीछा करते हुए क्यों हारी चेन्नई, ये हैं मुंबई की जीत के 5 टर्निंग प्वाइंट

मुंबई इंडियंस ने चेन्नई सुपर किंग्स को फाइनल मुकाबले में सिर्फ एक रन से परास्त कर इंडियन प्रीमियर लीग के 12वें सीजन का खिताब हासिल कर लिया।

By सुमित राय | Published: May 13, 2019 01:34 PM2019-05-13T13:34:01+5:302019-05-13T13:34:01+5:30

IPL 2019 MI vs CSK Final Match turning Points | IPL Final: छोटे लक्ष्य का पीछा करते हुए क्यों हारी चेन्नई, ये हैं मुंबई की जीत के 5 टर्निंग प्वाइंट

मुंबई ने चेन्नई को एक रन से हराकर चौथी बार आईपीएल खिताब अपने नाम किया।

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Highlightsमुंबई ने चेन्नई को एक रन से हराकर आईपीएल खिताब अपने नाम किया।मुंबई ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 149 रन खड़ा किया।चेन्नई की टीम 20 ओवर में 148 रन ही बना पाई और एक रन से हार गई।

मुंबई इंडियंस ने चेन्नई सुपर किंग्स को फाइनल मुकाबले में सिर्फ एक रन से परास्त कर इंडियन प्रीमियर लीग के 12वें सीजन का खिताब हासिल कर लिया। अंतिम गेंद तक धड़कनों को बढ़ानेवाले इस रोमांचक मुकाबले में सुपर किंग्स के सामने 150 रन का लक्ष्य था, लेकिन क्षेत्ररक्षकों द्वारा कई कैच टपकाने के बावजूद गेंदबाजों के अनुशासित प्रदर्शन से मुंबई इंडियंस ने चौथी बार आईपीएल का ताज पहनने में सफल रहा।

आठवीं बार फाइनल में पहुंची चेन्नई सुपर किंग्स के पास भी चौथी बार चैंपियन बनने का मौका था, लेकिन धोनी की टीम को सिर्फ एक रन भारी पड़ गया। मुकाबले की अंतिम गेंद पर चेन्नई को दो रन की दरकार थी। लसिथ मलिंगा ने शार्दुल ठाकुर को पगबाधा आउट करके चेन्नई का सपना तोड़ दिया। ठाकुर के खिलाफ मलिंगा की अपील पर अंपायर ने जैसे ही उंगली उठाई मुंबई इंडियंस के खेमा बल्लियों उछलने लगा। जीत की कहानी लिखनेवाले मलिंगा को खिलाड़ियों ने कंधों पर उठा लिया।

मुंबई की जीत में टर्निंग प्वाइंट

1. एमए धोनी का रन आउट : जब धोनी बैटिंग के लिए उतरे तो चेन्नई का स्कोर तीन विकेट पर 73रन था और मैच किसी भी ओर जा सकता था।  हार्दिक पंड्या द्वारा फेंके गए चेन्नई की पारी के 13वें ओवर की चौथी गेंद पर शेन वॉटसन ने लेग साइड पर शॉट खेलकर एक रन पूरा किया। मिडविकेट से गेंदबाजी एंड पर फेंका गया थ्रो डीप एरिया में चला गया और वहां किसी फील्डर को न देख धोनी ने ओवरथ्रो पर रन लेने का फैसला किया। इस बीच ईशान किशन का डायरेक्ट थ्रो स्टंप्स पर जा लगा और उसी समय धोनी ने भी क्रीज में बल्ला रख दिया।

2. शेन वॉटसन का रन आउट : 20वें ओवर की चौथी गेंद पर लसिथ मलिंगा ने ऑफ स्‍टंप के बाहर यॉर्कर डाली, जिसे वॉटसन ने प्‍वाइंट की दिशा में खेलकर आसानी से एक रन ले लिया। लेकिन यहां जडेजा ने दूसरा रन लेने के लिए जोर डाला और दोनों दूसरे रन के लिए भागे, लेकिन डीप में मौजूद क्रुणाल पंड्या ने विकेटकीपर डिकॉक को सटीक थ्रो दिया और उन्होंने गिल्लियां उड़ा दी। वॉटसन के आउट होने के बाद अब चेन्‍नई को दो गेंदों में चार रन की जरूरत थी।

3. अंतिम ओवर में मलिंगा की गेंदबाजी : 20वें ओवर में चेन्‍नई को जीत के लिए 9 रनों की जरूरत थी। लंबी चर्चा के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने आखिरी ओवर की जिम्मेदारी लसिथ मलिंगा को दी और क्रीज पर चेन्नई की ओर से शेन वॉटसन के साथ रवींद्र जडेजा थे। मलिंगा ने आखिरी ओर में सिर्फ 7 रन दिए और आखिरी गेंद पर शार्दुल ठाकुर को आउट कर मुंबई को जीत दिला दी। मलिंगा ने आखिरी ओवर के पहले तीन ओवर में 42 रन दिए थे और उन्हें कोई सफलता नहीं मिली थी।

4. बुमराह-चाहर की अनुशासित गेंदबाजी : मुंबई की जीत में जसप्रीत बुमराह और राहुल चाहर की अनुशासित गेंदबाजी का अहम योगदान रहा। दोनों गेंदबाजों नें अपने चार-चार ओवर में सिर्फ 14-14 रन दिए। बुमराह को दो विकेट और राहुल चाहर ने एक विकेट अपने नाम किया।

5. किरोन पोलार्ड की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी : मुंबई की टीम टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 149 रनों का स्कोर खड़ा किया, इसमें कीरोन पोलार्ड का अहम योगदान रहा। पोलार्ड ने डेथ ओवर में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की और 25 गेंदों में नाबाद 41 रन ठोक डाले। पोलार्ड की इस पारी से मुंबई की टीम सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचने में कामयाब हो पाई।

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