आईपीएल की लोकप्रियता किसी से छिपी नहीं है और इसका उदाहरण हाल में तब फिर से देखने को मिला जब आईआईटी मद्रास ने अपने एक प्रश्नपत्र में छात्रों से आईपीएल से जुड़ा एक सवाल पूछा, जो अब सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है।
चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान एमएस धोनी ने आईपीएल 2019 के ग्रुप चरण में अपने घरेलू मैदान चेपक स्टेडियम में खेले गए चार मैचों में से तीन बार टॉस जीते और हर बार गेंदबाजी चुनी। इस मैदान पर ओस की भूमिका को देखते हुए दूसरे नंबर पर बैटिंग करने वाली टीम को होने वाले नुकसान को देखते हुए धोनी ने लक्ष्य का पीछा करने में भरोसा जताया।
आईआईटी मद्रास ने छात्रों से पूछा आईपीएल से जुड़ा सवाल
मुंबई के खिलाफ पहले क्वॉलिफायर में अपने घरेलू मैदान में उतरी चेन्नई की टीम को टॉस जीतने के बाद क्या फैसला करना चाहिए इसका फैसला करने के लिए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) मद्रास ने अपने कप्तान एमएस धोनी की मदद करने का फैसला किया।
आईआईटी-मद्रास ने अपने छात्रों से मैटेरियल ऐंड एनर्जी बैलेंस के सेमेस्टर एंड परीक्षा के प्रश्नपत्र में पूछा कि मुंबई के खिलाफ टॉस जीतने पर चेन्नई के कप्तान एमएस धोनी को क्या करना चाहिए।
आईआईटी मद्रास के इस प्रश्नपत्र को आईसीसी ने भी शेयर किया है, जिसमें छात्रों से पूछा गया है, 'ओस डे-नाइट मैचों में अहम भूमिका निभा सकता है। आउटफील्ड में ज्यादा ओस से गेंद गीली हो जाती है। स्पिनरों के लिए गीली गेंद को पकड़ना और स्पिन कराना चुनौती होता है। तेज गेंदबाजों के लिए, इच्छित लेंथ हासिल करना कठिन होता है। इससे फील्डिंग टीम को नुकसान हो सकता है। आईपीएल 2019 के दौरान, चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम के 7 मई को चेपक स्टेडियम में क्वॉलिफायर खेलने की संभावना है। मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक, 7 मई को चेन्नई में सापेक्षिक आर्द्रता के 70 फीसदी रहने का अनुमान है। मैच की शुरुआत में तापमान के 39 डिग्री रहने की संभावना है। दूसरी पारी की शुरुआत में तापमान के 27 डिग्री रहने की संभावना है। इस जानकारी के आधार पर अगर धोनी टॉस जीतते हैं तो आप उन्हें पहले बैटिंग या फील्डिंग करने की पेशकश करेंगे। अपने उत्तर का औचित्य साबित करें।'
ये विचार इस आईआईटी के प्रोफेसर विग्नेश मुथुविजयन के दिमाग में आया था, जो क्रिकेट फैन भी हैं।
आईआईटी के छात्रों ने इस सवाल के जवाब में क्या लिखा, वह तो नहीं पता चला, लेकिन धोनी ने 7 मई को मुंबई के खिलाफ खेले गए इस मैच में टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया।
लेकिन उनका ये फैसला गलत साबित हुआ और मुंबई ने चेन्नई के 20 ओवर में 131/4 के स्कोर के जवाब में जीत का लक्ष्य 18.3 ओवर में ही 4 विकेट खोकर हासिल करते हुए फाइनल में जगह बना ली।