नई दिल्ली, 25 अप्रैल: बैंगलोर के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और चेन्नई सुपरकिंग्स की टीमों का मुकाबला होगा। महान क्रिकेटर रहे सुनील गावस्कर ने इसे गुरु और शिष्य का मुकाबला करार दिया है। ये आईपीएल 2018 में चेन्नई और बैंगलोर की पहली भिड़ंत है। इसके कप्तानों की वजह से ये मुकाबला धोनी बनाम कोहली का हो गया है।
गावस्कर ने टाइम्स ऑफ इंडिया में लिखा है, 'आप आरसीबी और चेन्नई सुपरकिंग्स के बीच मुकाबले को गुरु की टीम और शिष्य की टीम के बीच मुकाबला कह सकते हैं। गुरु अतुलनीय एमएस धोनी और शिष्य अदम्य विराट कोहली।'
गावस्कर ने लिखा है, 'जब विराट ने टेस्ट और वनडे में अपना डेब्यू किया तो धोनी कप्तान थे और वह उनकी कूल कप्तानी में ही निखरे। धोनी टीम मीटिंग में ज्यादा यकीन नहीं रखते और खिलाड़ियों को खुलकर खेलने की आजादी देते हैं। मैदान पर भी वह अपना आपा नहीं खोते और इसीलिए उन्हें कैप्टन कूल कहा जाता है।' (पढ़ें: RCB Vs CSK: चेन्नई सुपरकिंग्स की जर्सी में धोनी दो साल बाद होंगे कोहली के सामने, जानिए कौन है अव्वल)
धोनी की तारीफ करते हुए गावस्कर ने लिखा है, 'जब टीम विकेट लेती है सिर्फ तभी आप धोनी को उत्साहित होते देखते हैं, वर्ना उनके हाव भाव नहीं बदलती है। हां कभी-कभीर वह खराब फील्डिंग पर वह फील्डर को घूरते हैं लेकिन कैच छूटने या किसी गेंदबाज द्वारा खराब फील्डिंग पर वह उनके हाव भाव नहीं बदलते हैं।'
वहीं कोहली के बारे में गावस्कर ने लिखा है, 'कोहली शायद उनसे एकदम उलट हैं, वह अपनी भावनाओं को साथ लेकर चलते हैं और उनकी खुशी और निराशा को टीवी कैमरे बड़ी आसानी से पकड़ लेते हैं।' हालांकि हम देखते हैं कि कैच छूटने ये खराब गेंदबाजी पर वह अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करने से खुद को रोकने की काफी कोशिश करते हैं। वक्त के साथ-साथ वह खासकर मैदान पर अपनी निराशा व्यक्त करने से रोकना सीख जाएंगे।'
गावस्कर ने इस मैच के बारे में लिखा है, 'पिछले मैच में एबी डिविलियर्स की जबर्दस्त हिटिंग के बदौलत जीत हासिल करने के बाद आरसीबी की नजरें जीत की लय बनाए रखने पर होगी। साथ ही ये टीम अपने कप्तान से कुछ सीजन पहले दिखाई गई सेंचुरी फॉर्म में वापसी की उम्मीद भी करेगी। अगर पिच ने अपनी प्रकृति के हिसाब से व्यवहार किया तो ये गेंदबाजों के लिए आसान नहीं होगी।'