नई दिल्ली, 27 मई: दो साल के बैन के बाद इस साल जब चेन्नई सुपर किंग्स ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में कदम रखा तो कई लोगों को लगता था कि टीम फाइनल तक का सफर तय नहीं कर पाएगी। हालांकि, महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी और उम्रदराज खिलाड़ियों के अनुभव ने हर किसी को हैरान किया। टीम फाइनल में पहुंच गई और अब उसका मुकाबला शाम 8 बजे से सनराइजर्स हैदराबाद से है। यह मैच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाना है।
चेन्नई की टीम को फैंस का भी खूब समर्थन मिला। चेन्नई की टीम जब इस सीजन में अपने असली होम ग्राउंड चेपॉक स्टेडियम में खेलने उतरी तो बड़ी संख्या में फैंस टीम का समर्थन करने पहुंचे। हालांकि, खुशी का माहौल तब तनाव से भर गया जब मैच के दौरान रवींद्र जडेजा और फाफ डु प्लेसिस पर कुछ लोगों ने जूते फेंकने की कोशिश की। कावेरी विवाद का असर चेन्नई सुपर किंग्स पर भी पड़ा और उन्हें अपने बाकी घरेलू मैदान के मैच पुणे में खेलने पड़े। (और पढ़ें- IPL 2018: CSK-SRH में से कोई भी जीते खिताब, आईपीएल ट्रॉफी जाएगी चेन्नई, जानिए वजह)
धोनी ने अब सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ फाइनल मैच से पहले चेन्नई के अपने असली घरेलू मैदान पर मैच नहीं खेल पाने पर दुख जताया है। धोनी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'सारी भावुकता टूर्नामेंट शुरू होने से पहले होती है लेकिन जैसे ही टूर्नामेंट शुरू होता है, आप पेशेवर हो जाते हैं। मैं इस बात से दुखी हूं कि हम अपने घरेलू मैदान वाले मैच चेन्नई में नहीं खेल सके लेकिन फिर भी मुझे खुशी है कि कम से कम एक मैच हमने चेन्नई में खेला।'
गौरतलब है कि चेन्नई सुपर किंग्स के मैच पुणे शिफ्ट किए जाने के बाद चेन्नई से तब फैंस के लिए चली खास 'वीसलपोडु एक्सप्रेस' की भी खूब चर्चा हुई थी। चेन्नई से पुणे चली इस स्पेशल ट्रेन से चेन्नई सुपर किंग्स के फैंस टीम का समर्थन करने के लिए पुणे आए थे। (और पढ़ें- हरभजन से कम गेंदबाजी कराने पर धोनी का जवाब, 'मैं अपनी हर बाइक हमेशा नहीं चलाता')