IPL में अपने टॉप-50 खिलाड़ियों को थकान से बचाने के लिए BCCI ने बनाई 'खास योजना'

IPL 2018: बीसीसीआई ने अपने टॉप-50 खिलाड़ियों को चोट और थकान से बचाने के लिए एक खास योजना बनाई है

By अभिषेक पाण्डेय | Published: March 31, 2018 04:35 PM2018-03-31T16:35:30+5:302018-03-31T16:35:30+5:30

IPL 2018: BCCI is all set to monitor workload of top 50 Indian cricketers | IPL में अपने टॉप-50 खिलाड़ियों को थकान से बचाने के लिए BCCI ने बनाई 'खास योजना'

आईपीएल 2018

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नई दिल्ली, 31 मार्च: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) 7 अप्रैल से शुरू हो रहे आईपीएल के दौरान  टॉप-50 भारतीय खिलाड़ियों को बड़े इंटरनेशनल मैचों के लिए फिट रखने के उद्देश्य से उनके वर्कलोड की निगरानी करेगी। भारतीय टीम मैनेजमेंट टॉप इंटरनेशनल खिलाड़ियों और घरेलू क्रिकेट के स्टार परफॉर्मर्स को एक मजबूत प्रदर्शन और फिटनेस निगरानी प्रणाली में शामिल किया जाए।

बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा, 'हां, इस योजना पर काम हो रहा है। हम 50 खिलाड़ियों का डेटाबेस तैयार करना चाहते हैं। उन 50 खिलाड़ियों में से 27 हमारे वर्तमान में केंद्रीय करार वाले खिलाड़ी (मोहम्मद शमी को बाद में फिर से शामिल किया गया) हैं। इसमें 23 और खिलाड़ी होंगे जिन्हें आईपीएल के दौरान शॉर्ट लिस्ट किया जाएगा।'

इस अधिकारी ने कहा, 'भारत के इंग्लैंड दौरे से शुरू होकर राष्ट्रीय टीम पर 2019 के वर्ल्ड कप तक बहुत ज्यादा वर्कलोड होगा। जो अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं उनके वर्कलोड की निगरानी की जाएगी, साथ ही अलग-अलग पैमानों पर उनका फिटनेस लेवल चेक किया जाएगा। अगर वे आवश्यक स्तर को नहीं प्राप्त कर पाते हैं तो भारत और भारत ए की टीमों के लिए उनके नाम पर विचार नहीं किया जाएगा। फिजियो पैट्रिक फारहार्ट नेशनल क्रिकेट ऐकैडमी (एनसीए) में इन खिलाड़ियों की निगरानी करेंगे।'

इसका ब्लूप्रिंट तैयार हो रहा है और इन 23 खिलाड़ियों को चुनने में राष्ट्रीय चयन समिति प्रमुख एमएसके प्रसाद की प्रमुख भूमिका होगी। 

बीसीसीआई ने इससे पहले आईपीएल के दौरान गेंदबाजों के वर्कलोड की निगरानी के लिए योजना तैयार की थी। जिसके मुताबिक केंद्रीय करार वाले खिलाड़ियों द्वारा नेट में फेंके जाने वाले ओवरों की संख्या की सीमा तय जाने का प्रस्ताव है।

आने वाले नौ महीनों के दौरान इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के दौरों और वनडे मैचों की संख्या बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए बीसीसीआई को कम से कम 8-9 ऐसे फिट तेज गेंदबाजों की जरूरत होगी, जिन्हें रोटेट किया जा सके।

27 केंद्रीय करार वाले खिलाड़ियों के अलावा माना जा रहा है कि ऋषभ पंत, मयंक अग्रवाल, पृथ्वी शॉ, आवेश खान और दीपक हुड्डा जैसे युवा खिलाड़ियों को भी इस लिस्ट में शामिल किया जा सकता है।

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