जब आईपीएल की शुरुआत हुई है तब से इस टूर्नामेंट ने दुनियाभर में सुर्खियां बटोरी, लेकिन 2009 में भारत में लोकसभा चुनाव के कारण इसके आयोजन पर खतरा मंडराने लगा। इसके बाद दूसरा सीजन दक्षिण अफ्रीका में 18 अप्रैल से 24 मई के बीच खेला गया। इस सीजन में डेक्कन चार्जर्स ने एडम गिलक्रिस्ट की कप्तानी में फाइनल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को हराकर खिताब अपने नाम किया था। 23 मार्च को शुरू होने वाले आईपीएल के 12वें सीजन से पहले हम आपको बता रहे हैं 2009 के आईपीएल के खास रिकॉर्ड्स पर।
कुंबले ने 5 रन देकर लिए थे 5 विकेट
साल 2009 के आईपीएल में भारतीय स्पिनर अनिल कुंबले ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की ओर से खेलते हुए शानदार गेंदबाजी की थी। कुंबले ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ आईपीएल 2009 के दूसरे मैच में 3.1 ओवर में 5 रन देकर 5 विकेट लिया था और राजस्थान को 15.1 ओवर में 58 रनों पर ऑलआउट करने में अहम भूमिका निभाई थी।
2009 का ऑरेंज कैप विनर
साल 2009 आईपीएल का खिताब भले ही डेक्कन चार्जर्स ने अपने नाम किया था, लेकिन यह बल्लेबाजी में यह सीजन पूरी तरह से मैथ्यू हेडन के नाम रहा था। हेडन ने चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से खेलते हुए 12 मैचों में 52 की औसत और 144 की स्ट्राइक रेट से 572 रन बनाए थे। एडम गिलक्रिस्ट ने अपनी टीम को खिताब दिलाने के अलावा सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में दूसरे नंबर पर रहे थे। उन्होंने 16 मैचों में 30.93 की औसत और 152.3 की औसत से 495 रन बनाए थे।
2009 का पर्पल कैप विनर
टीम इंडिया के स्टार गेंदबाज आरपी सिंह ने साल 2009 में शानदार गेंदबाजी की थी और डेक्कन चार्जर्स को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। आरपी सिंह ने उस साल 16 मैचों में 23 विकेट अपने नाम करते हुए पर्पल कैप का खिताब जीता था। सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में दूसरे नंबर पर अनिल कुंबले थे, जिन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की ओर से खेलते हुए 16 मैचों में 21 विकेट अपने नाम किए थे।
पीटरसन और फ्लिंटॉफ 7.35 करोड़ रुपये में बिके
साल 2009 के लिए हुई नीलामी में इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेट केविन पीटरसन और एंड्रयू फ्लिंटॉफ की मांग काफी ज्यादा थी। लंबी खींचतान के बाद आरसीबी टीम ने केविन पीटरसन और चेन्नई सुपरकिंग्स ने एंड्रयू फ्लिंटॉफ को खरीदा। दोनों खिलाड़ी 1.55 मिलियन अमेरिकी डॉलर यानी करीब 7.35 करोड़ में बिके थे। हालांकि इतना महंगा बिकने के बाद भी इन दोनों खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे।
पाक खिलाड़ियों पर लगा बैन
साल 2009 के आईपीएल में पाकिस्तानी खिलाड़ियों को बैन कर दिया गया था और आईपीएल में अब तक पाकिस्तानी खिलाड़ियों की नो एंट्री का सिलसिला जारी है।दरअसल, 26 नवंबर 2008 को हुए मुंबई हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच खराब रिश्तों की वजह से इन दोनों देशों के बीच ना तो मैच होते हैं ना ही आईपीएल में पाकिस्तान का कोई खिलाड़ी भारत में खेलता है। दोनों देशों में आतंकवाद को लेकर चल रहे विवाद की वजह से साल 2008 के बाद दोबारा कोई भी खिलाड़ी आईपीएल में नहीं खेल पाया।