लंदन, 11 अगस्त: टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने लॉर्ड्स टेस्ट में दो बदलाव किए और शिखर धवन और उमेश यादव की जगह चेतेश्वर पुजारा और कुलदीप यादव को मौका दिया। अपनी कप्तानी में भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाले कोहली ने इस मैच में इन बदलावों के साथ अपनी कप्तानी में पिछले 37 मैचों से चला आ रहा रिकॉर्ड बरकरार रखा।
दरअसल, कोहली ने अपनी कप्तानी में अब तक खेले गए 37 टेस्ट मैचों में कभी भी एक ही प्लेइंग इलेवन नहीं उतारी है। यानी कि, धोनी से टेस्ट टीम की कमान संभालने के बाद से कोहली ने अब तक जिन 37 टेस्ट मैचों में टीम इंडिया की कप्तानी की उनमें से हर मैच में कोई न कोई बदलाव जरूर किया है।
कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया इस इंग्लैंड दौरे पर टी20 सीरीज 2-1 से जीतने के बाद वनडे सीरीज 2-1 से गंवा बैठी। पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के एजबेस्टन में खेले गए पहले टेस्ट में भी उसे 31 रन से शिकस्त झेलनी पड़ी।
इस हार की वजह से ही कोहली पर दूसरे टेस्ट के लिए टीम में बदलाव का दबाव था और उन्होंने पहले टेस्ट में फ्लॉप रहे शिखर धवन की जगह पुजारा को वापस बुलाया। वहीं लॉर्ड्स की विकेट के स्पिन के लिए ज्यादा मददगार होने की उम्मीद में उन्होंने इस मैच के लिए उमेश यादव की जगह कुलदीप यादव को उतारा और भारत इस मैच में अश्विन और कुलदीप के रूप में दो स्पिनरों के साथ खेला।
लॉर्ड्स टेस्ट के दूसरे दिन इंग्लैंड ने टॉस जीतकर भारत को पहले गेंदबाजी का न्योता दिया लेकिन जेम्स एंडरसन (20/5) की घातक गेंदबाजी के आगे भारतीय टीम 107 रन पर सिमट गई। भारत के लिए अश्विन ने सबसे अधिक 29 और कप्तान कोहली ने 23 रन की पारी खेली।
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