लंदन, 16 अगस्त: इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में 0-2 से पिछड़ रही टीम इंडिया के लिए 18 अगस्त से ट्रेंट ब्रिज में शुरू हो रहे तीसरे टेस्ट में वापसी से पहले कई अनसुलझे सवाल हैं। कप्तान कोहली को छोड़कर टीम इंडिया के बाकी के बल्लेबाज फ्लॉप रहे हैं। कोहली पूरी तरह फिट नहीं है और लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान उभरी उनकी पीठ दर्द की समस्या टीम की मुश्किलें बढ़ा रही है।
यही नहीं नॉटिंघम में अगर कोहली का रिकॉर्ड देखें तो ये भी बेहद निराशाजनक रहा है। कोहली अब तक इस मैदान पर सिर्फ एक टेस्ट मैच खेले हैं, जो उन्होंने 2014 में खेला था। कोहली ने उस मैच में 1 और 8 के स्कोर बनाए थे।
आलम ये है कि नॉटिंघम में कोहली से अच्छा रिकॉर्ड तो भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी का रहा है। भुवनेश्वर (58) ने जहां मैचों की दोनों पारियों में अर्धशतक जड़ा था तो वहीं ने शमी (51) ने पहली पारी में हाफ सेंचुरी बनाई थी।
हालांकि विराट कोहली ने 2014 के खराब दौर को पीछे छोड़ते हुए 2018 के इंग्लैंड दौरे पर एजबेस्टन में खेले गए पहले टेस्ट की दोनों पारियों में 149 और 51 रन की जोरदार पारी खेली और अपनी शानदार फॉर्म का संकेत दिया। लेकिन लॉर्ड्स टेस्ट में कोहली भी फ्लॉप रहे और 23 और 17 के स्कोर ही बना पाए।
लॉर्ड्स टेस्ट में कोहली पीठ दर्द की वजह से काफी तकलीफ में दिखे थे और खासकर दूसरी पारी में उन्हें शॉट खेलने में भी काफी दिक्कतें आई थीं। कोहली की फिटनेस और पिछले रिकॉर्ड को देखते हुए भारतीय टीम के लिए 18 अगस्त से नॉटिंघम में शुरू हो रहे तीसरे टेस्ट में वापसी की राह आसान नहीं होगी।