लंदन, 10 सितंबर: इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें टेस्ट में अपने डेब्यू से पहल हनुमा विहारी ने एक खास फोन कॉल किया था, जिसने उन्हें अपनी डेब्यू टेस्ट पारी में ही अर्धशतक जड़ने का कमाल करने में मदद की। हनुमा ओवल में खेले जा रहे पांचवें टेस्ट के पहले दिन जब बैटिंग के लिए उतरे तो भारत का स्कोर 103/4 था और वह काफी नर्वस थे।
उस समय क्रीज पर मौजूद कप्तान कोहली इस युवा खिलाड़ी के पास पहुंचे और उनकी पीठ थपथपाते हुए इस बड़े मौके के लिए हिम्मत बंधाई। हनुमा विहारी ने फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा और अपनी पहली ही टेस्ट पारी में शानदार अर्धशतक जड़ते हुए 56 रन बनाए।
अब हनुमा ने इस बात का खुलासा किया है कि अपने डेब्यू से दो दिन पहले उन्होंने किसे फोन किया था। हनुमा ने कहा है कि उन्होंने पूर्व कप्तान और अब भारतीय अंडर-19 और भारत-ए टीम के कोच राहुल द्रविड़ को प्रेरणा पाने के लिए फोन किया था।
हनुमा ने तीसरे दिन के खेल के बाद कहा, 'मैंने उन्हें (द्रविड़) कॉल किया और बताया कि मैं टेस्ट डेब्यू कर रहा हूं। उन्होंने मुझसे कुछ मिनट बात की और इससे मेरी घबराहट थोड़ी कम हो गई क्योंकि ये बातें एक लेजेंड कह रहा था और तब आपको लगता है कि आप यहां खेलने के हकदार हैं।'
हनुमा ने कहा, 'उन्होंने मुझसे कहा कि तुम्हारे अंदर हुनर है, मानसिक क्षमता है, मिजाज है, वहां जाइए और उसका लुत्फ उठाइए। मैं उन्हें काफी श्रेय देना चाहूंगा क्योंकि मेरे यहां आने में मेरी भारत-ए की यात्रा महत्वपूर्ण रही है।'
अपनी डेब्यू पारी के बारे में हनुमा ने कहा, 'शुरू में मैंने थोड़ा दबाव महसूस किया। मैं बेचैन था। घबराहट आपसे असामान्य चीजें करवाती है। अगर मैं अच्छी तरह से टिक जाऊं, तो मुझे नहीं लगता कि कोई भी गेंद मुझे परेशान करेगी। शनिवार को मुझे अंदर आती गेंदों को खेलने में कुछ परेशानी थी लेकिन विराट ने मुझे कुछ संकेत दिए जिससे मैं आराम से खेल सकूं। लेकिन जब एक बार मैं टिक गया तो बैटिंग करना आसान हो गया।'
इंग्लैंड में अपनी डेब्यू टेस्ट पारी में अर्धशतक जड़ने के साथ ही हनुमा विहारी ये कारनामा करने वाले चौथे बल्लेबाज बन गए। उनसे पहले रूसी मोदी, सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ ये उपलब्धि हासिल कर पाए हैं।